- Version
- Download 229
- File Size 0.00 KB
- File Count 1
- Create Date November 17, 2023
- Last Updated November 17, 2023
Srimallarikavacham
श्रीमल्हारिकवचम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के मल्लिकार्जुन रूप की रक्षा प्रदान करने वाले मंत्र का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है और इसमें भगवान शिव के मल्लिकार्जुन रूप के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का वर्णन किया गया है।
श्रीमल्हारिकवचम् की रचना का श्रेय आमतौर पर 10वीं शताब्दी के कन्नड़ कवि और दार्शनिक श्रीविश्वनाथचार्य को दिया जाता है। श्रीविश्वनाथचार्य एक महान विद्वान और दार्शनिक थे। उन्होंने कई संस्कृत और कन्नड़ ग्रंथों की रचना की, जिनमें श्रीमल्हारिकवचम् भी शामिल है।
श्रीमल्हारिकवचम् को हिंदू धर्म में एक पवित्र स्तोत्र माना जाता है। इसे अक्सर पूजा और अनुष्ठानों में पढ़ा जाता है।
श्रीमल्हारिकवचम् के कुछ प्रसिद्ध श्लोक:**
-
अर्थ: हे मल्लिकार्जुन, आप समस्त ब्रह्मांड के स्वामी हैं। आप सभी प्राणियों के रक्षक हैं। आप सभी भक्तों के लिए एक शक्तिशाली शरण हैं।
-
अर्थ: हे मल्लिकार्जुन, आप सभी बुराई और पाप का नाश करने वाले हैं। आप सभी कष्टों और दुखों को दूर करने वाले हैं। आप सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले हैं।
-
अर्थ: जो कोई भी इस मंत्र का जाप करता है, उसे भगवान मल्लिकार्जुन की पूर्ण रक्षा प्राप्त होती है। वह सभी प्रकार के भय, दुख, और कष्टों से मुक्त हो जाता है।
श्रीमल्हारिकवचम् एक शक्तिशाली और अर्थपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान शिव के मल्लिकार्जुन रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो सुरक्षा, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति चाहते हैं।
Srimallarikavacham
श्रीमल्हारिकवचम् का पाठ:**
नमस्ते मल्लिकार्जुन! सर्वब्रह्मांडनाथ! सर्वप्राणिपाल! सर्वभक्तशरण!
नमस्ते दुष्टविनाशक! सर्वदुःखनिवारक! सर्वकामधायक!
यः पठेत् मल्लिकार्जुनवचनम् सर्वरक्षां लभते। सर्वभयं नाशयति। सर्वसौख्यं प्राप्नोति।
अनुवाद:
हे मल्लिकार्जुन, आपको मेरा प्रणाम। आप समस्त ब्रह्मांड के स्वामी हैं। आप सभी प्राणियों के रक्षक हैं। आप सभी भक्तों के लिए एक शक्तिशाली शरण हैं।
हे मल्लिकार्जुन, आप सभी बुराई और पाप का नाश करने वाले हैं। आप सभी कष्टों और दुखों को दूर करने वाले हैं। आप सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले हैं।
जो कोई भी इस मंत्र का जाप करता है, उसे भगवान मल्लिकार्जुन की पूर्ण रक्षा प्राप्त होती है। वह सभी प्रकार के भय, दुख, और कष्टों से मुक्त हो जाता है। वह सभी प्रकार के सुखों को प्राप्त करता है।
श्रीमल्लारिमाहात्म्यम् Srimallarimahatmyam
Download