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  • Create Date October 4, 2023
  • Last Updated October 4, 2023

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान हनुमान की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र 17 श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक भगवान हनुमान के एक अलग गुण या विशेषता की स्तुति करता है।

श्लोक का प्रारंभिक भाग भगवान हनुमान को "पंचमुखी" कहकर उनकी पहचान करता है, जो "पांच मुख वाले" का अर्थ है। फिर, श्लोक भगवान हनुमान के पांच रूपों की स्तुति करता है, जो हैं:

  • हनुमान: भगवान हनुमान का मूल रूप, जो वायु के पुत्र हैं।
  • नृसिंह: भगवान विष्णु का एक अवतार, जो एक शेर और एक आदमी के रूप में है।
  • गरुड़: भगवान विष्णु का वाहन, जो एक पक्षी है।
  • वराह: भगवान विष्णु का एक अवतार, जो एक सूअर के रूप में है।
  • हयग्रीव: भगवान विष्णु का एक अवतार, जो एक घोड़े के सिर वाला है।

श्लोक का अंत भगवान हनुमान से प्रार्थना के साथ होता है कि वे भक्तों को सभी प्रकार के संकटों से बचाएं।

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है। यह स्तोत्र भक्तों को सभी प्रकार के संकटों से बचाता है और उन्हें जीवन में सफलता और उन्नति प्राप्त करने में मदद करता है।

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् का हिंदी अनुवाद

1.

जिसने यह स्तोत्र पढ़ा, उसने सभी संकटों को दूर किया। यह स्तोत्र भगवान हनुमान का हृदय है, जो सभी को सुख और शांति देता है।

2.

पंचमुखी हनुमान, तुम हो वायु के पुत्र। तुम हो भगवान राम के दूत, तुम हो सभी का कल्याण करने वाले।

3.

तुम हो सभी देवताओं के स्वामी, तुम हो सभी शक्तियों के स्वामी। तुम हो सभी सिद्धियों के स्वामी, तुम हो सभी संकटों को दूर करने वाले।

4.

तुम हो सभी शत्रुओं का नाश करने वाले, तुम हो सभी रोगों को दूर करने वाले। तुम हो सभी दुखों को दूर करने वाले, तुम हो सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले।

5.

मैं तुम्हारी शरण में हूं, तुम मुझे सभी संकटों से बचाओ। तुम मुझे सभी सिद्धियों और शक्तियों से संपन्न करो, और मुझे सभी सुख और शांति प्रदान करो।

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् के लाभ

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् का पाठ करने से भक्तों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

  • भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होती है।
  • जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  • कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  • सफलता और उन्नति प्राप्त होती है।

यदि आप भगवान हनुमान की भक्ति करना चाहते हैं, तो आप श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् का पाठ कर सकते हैं। यह एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् का पाठ करने का तरीका

  • एक साफ और शांत स्थान पर बैठें।
  • अपने सामने एक भगवान हनुमान की तस्वीर या प्रतिमा रखें।
  • अपने हाथों को जोड़ें और भगवान हनुमान से प्रार्थना करें।
  • स्तोत्र का पाठ करें, ध्यान से प्रत्येक शब्द का उच्चारण करें।
  • स्तोत्र को कम से कम तीन बार करें।

श्री पंचमुख हनुमत हृदयम् का पाठ करने से आपको भगवान हनुमान की कृ


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