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  • Create Date October 7, 2023
  • Last Updated July 29, 2024

श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान गणेश के बारह नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र बहुत ही सरल है, लेकिन यह बहुत शक्तिशाली भी है। यह स्तोत्र भगवान गणेश की सभी शक्तियों और गुणों की प्रशंसा करता है।

श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ इस प्रकार है:

श्रीगणेशाय नमः

शुक्लांम्बरधरं देवं शशिवर्णं चतुर्भुजम्।

प्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्वविघ्नोपशांतये।

अर्थ:

मैं शुक्ल वस्त्र धारण करने वाले, चंद्रमा के समान वर्ण वाले, चार भुजाओं वाले, प्रसन्न मुख वाले भगवान गणेश का ध्यान करता हूं, जो सभी विघ्नों को दूर करते हैं।

अभीप्सितार्थसिद्ध्यर्थं पूजेतो य: सुरैरपि।

सर्वविघ्नहरस्तस्मै गणाधिपतये नमः।

अर्थ:

जो व्यक्ति अपने अभीष्ट कार्य की सिद्धि के लिए भगवान गणेश की पूजा करता है, उसे देवता भी पूजते हैं। मैं ऐसे विघ्नहर्ता गणपति को नमस्कार करता हूं।

गणानामधिपश्चण्डो गजवक्त्रस्त्रिलोचनः।

प्रसन्न भव मे नित्यं वरदातर्विनायक।।

अर्थ:

जो गणों के अधिपति हैं, जो वक्रतुंड हैं, जो हाथी के मुंह वाले हैं, जो तीन आंखों वाले हैं, मैं उनसे प्रार्थना करता हूं कि वे हमेशा मेरे अनुकूल रहें और मुझे वरदान दें।

सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णकः।

लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायक।।

अर्थ:

जो सुंदर मुख वाले हैं, जो एकदंत हैं, जो पीले रंग के हैं, जो हाथी के कान वाले हैं, जो लंबोदर हैं, जो विकट हैं, जो विघ्नों को दूर करने वाले हैं, मैं उन गणपति को नमस्कार करता हूं।

धूम्रकेतुर्गणाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः।

द्वादशैतानि नामानि गणेशस्य य: पठेत्।

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी विपुलं धनम्।

अर्थ:

जो व्यक्ति भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करता है, वह विद्यार्थी को ज्ञान मिलता है, धनार्थी को बहुत सारा धन मिलता है, व्यापारी को व्यापार में लाभ होता है, और रोगी को रोग से मुक्ति मिलती है।

श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ करने के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:

  • भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है।
  • सभी बाधाओं को दूर होता है।
  • सभी सिद्धियों को प्राप्त होता है।
  • आध्यात्मिक प्रगति होती है।
  • सफलता और खुशी प्राप्त होती है।

श्रीगणेश द्वादश नाम स्तोत्र को किसी भी समय और किसी भी स्थान पर पढ़ा जा सकता है। हालांकि, यह स्तोत्र बुधवार या गुरुवार के दिन पढ़ना सबसे अच्छा माना जाता है।


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