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  • Create Date October 7, 2023
  • Last Updated July 29, 2024

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं एक संस्कृत स्तोत्र है जो रात की देवी रात्रि की स्तुति करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में रात्रि के एक अलग गुण या विशेषता की प्रशंसा की जाती है।

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं की रचना 14वीं शताब्दी में हुई थी, और इसका श्रेय संत ज्ञानेश्वर को दिया जाता है। यह स्तोत्र रात्रि की दिव्य शक्तियों और गुणों का वर्णन करता है।

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं के श्लोक इस प्रकार हैं:

  1. हे रात्रि, आप अंधकार की देवी हैं, आप संसार को आच्छादित करती हैं। आप सभी प्राणियों की रक्षा करती हैं, और आप उन्हें सुख और शांति प्रदान करती हैं।

  2. हे रात्रि, आप ज्ञान की देवी हैं, आप सभी के मन में ज्ञान का प्रकाश जगाती हैं। आप सभी के अज्ञान को दूर करती हैं, और आप उन्हें मोक्ष के मार्ग पर ले जाती हैं।

  3. हे रात्रि, आप प्रेम की देवी हैं, आप सभी के दिलों में प्रेम का बीज बोती हैं। आप सभी को एक-दूसरे से जोड़ती हैं, और आप दुनिया को शांति प्रदान करती हैं।

  4. हे रात्रि, आप शक्ति की देवी हैं, आप सभी के अंदर की शक्ति को जागृत करती हैं। आप सभी को कठिनाइयों का सामना करने में मदद करती हैं, और आप उन्हें सफलता की ओर ले जाती हैं।

  5. हे रात्रि, आप प्रकाश की देवी हैं, आप अंधकार को दूर करती हैं। आप सभी के जीवन में प्रकाश लाती हैं, और आप उन्हें खुशी और आनंद प्रदान करती हैं।

  6. हे रात्रि, आप जीवन की देवी हैं, आप सभी को जन्म देती हैं। आप सभी को पोषण करती हैं, और आप सभी को मृत्यु के बाद भी जीवन प्रदान करती हैं।

  7. हे रात्रि, आप मृत्यु की देवी हैं, आप सभी को मृत्यु से मुक्त करती हैं। आप सभी को मोक्ष प्रदान करती हैं, और आप सभी को अनंत जीवन प्रदान करती हैं।

  8. हे रात्रि, आप सर्वशक्तिमान हैं, आप सभी कुछ की स्वामी हैं। आप सभी की रक्षा करती हैं, और आप सभी को आशीर्वाद देती हैं।

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं का पाठ करने से कई लाभ होते हैं। यह स्तोत्र भक्तों को रात्रि की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति में भी मदद करता है।

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं का पाठ करने के कई तरीके हैं। इसे ध्यान में बैठकर या मंत्र की तरह दोहराया जा सकता है। इसे किसी भी समय और किसी भी स्थान पर पढ़ा जा सकता है।

रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को कई लाभ प्रदान कर सकता है। यह स्तोत्र सभी भक्तों के लिए पढ़ने के लिए उपयुक्त है।


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