• Version
  • Download 713
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date October 11, 2023
  • Last Updated October 11, 2023

पठितसिद्धसरस्वतीत्व एक संस्कृत वाक्यांश है जिसका अर्थ है "पढ़ने से सिद्ध होने वाली सरस्वती"। यह वाक्यांश देवी सरस्वती की एक विशेषता को दर्शाता है, जिसे "पठितसिद्धि" कहा जाता है। पठितसिद्धि का अर्थ है कि जो कोई भी देवी सरस्वती के मंत्रों या स्तोत्रों का पाठ करता है, उसे ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।

पठितसिद्धसरस्वतीत्व का महत्व

पठितसिद्धसरस्वतीत्व का महत्व यह है कि यह देवी सरस्वती के प्रति लोगों के लिए एक आसान और सुलभ मार्ग प्रदान करता है। देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए, लोगों को मंदिरों या अन्य धार्मिक स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं है। वे बस घर पर बैठकर देवी सरस्वती के मंत्रों या स्तोत्रों का पाठ कर सकते हैं।

पठितसिद्धसरस्वतीत्व का लाभ

पठितसिद्धसरस्वतीत्व के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति में मदद करता है।
  • यह मानसिक शांति और सकारात्मकता प्रदान करता है।
  • यह देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।

पठितसिद्धसरस्वतीत्व के लिए मंत्र

पठितसिद्धसरस्वतीत्व के लिए कुछ मंत्र निम्नलिखित हैं:

  • ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं सरस्वत्यै नमः
  • सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी।
  • विद्यारुपिणी, वाणीरूपिणी, ज्ञानदायिनि, नमोस्तु ते।

इन मंत्रों का नियमित रूप से पाठ करने से ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।

पठितसिद्धसरस्वतीत्व के लिए सरल उपाय

पठितसिद्धसरस्वतीत्व के लिए एक सरल उपाय है कि देवी सरस्वती के मंत्र या स्तोत्र का रोजाना कम से कम तीन बार पाठ करें। पाठ करते समय, मन को एकाग्र रखें और देवी सरस्वती से ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति की प्रार्थना करें।

एक अन्य सरल उपाय है कि देवी सरस्वती की तस्वीर या प्रतिमा के सामने बैठ जाएं और उन्हें ध्यान से देखें। ध्यान करते समय, देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करें।

इन उपायों को अपनाकर आप भी देवी सरस्वती की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं।


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *