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  • Create Date October 10, 2023
  • Last Updated October 10, 2023

नवाशतकम एक संस्कृत भजन है जो भगवान कृष्ण के नौ रूपों की महिमा का वर्णन करता है। यह भजन 16वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि वल्लभाचार्य द्वारा लिखा गया था।

नवाशतकम के नौ श्लोक हैं, और प्रत्येक श्लोक में भगवान कृष्ण के एक अलग रूप का वर्णन किया गया है।

नवाशतकम का पहला श्लोक इस प्रकार है:

कृष्णं गोपीजनसखीं, क्रीडन्तं मनोहरम्। वृन्दावने वसन्तसमये, वन्दे मुहुर्मुहुः।

इस श्लोक में, वल्लभाचार्य भगवान कृष्ण के पहले रूप, वृंदावन के कृष्ण का वर्णन करते हैं। वे कहते हैं कि भगवान कृष्ण वृंदावन में गोपियों के साथ खेलते हैं, और वे बहुत ही मनोहर हैं।

नवाशतकम के सभी नौ श्लोकों का अर्थ है:

  • श्लोक 1: भगवान कृष्ण वृंदावन में गोपियों के साथ खेलते हैं, और वे बहुत ही मनोहर हैं।
  • श्लोक 2: भगवान कृष्ण गोपियों के प्रेम का आनंद लेते हैं, और वे बहुत ही दयालु हैं।
  • श्लोक 3: भगवान कृष्ण राधा के प्रेम में लीन हैं, और वे बहुत ही शक्तिशाली हैं।
  • श्लोक 4: भगवान कृष्ण सभी जीवों के रक्षक हैं, और वे बहुत ही करुणामय हैं।
  • श्लोक 5: भगवान कृष्ण सभी भक्तों के आराध्य हैं, और वे बहुत ही सुंदर हैं।
  • श्लोक 6: भगवान कृष्ण सभी ज्ञान के स्रोत हैं, और वे बहुत ही ज्ञानी हैं।
  • श्लोक 7: भगवान कृष्ण सभी भक्तों को मोक्ष प्रदान करते हैं, और वे बहुत ही दयालु हैं।
  • श्लोक 8: भगवान कृष्ण सभी भक्तों के लिए सर्वस्व हैं, और वे बहुत ही प्यारे हैं।

नवाशतकम एक शक्तिशाली भक्ति भजन है जो भक्तों के दिलों में भगवान कृष्ण के लिए प्रेम और भक्ति को जगा सकता है। यह भजन भगवान कृष्ण के नौ रूपों की महिमा को दर्शाता है।

नवाशतकम के नौ रूपों का वर्णन इस प्रकार है:

  • वृंदावन के कृष्ण: भगवान कृष्ण वृंदावन में गोपियों के साथ खेलते हैं, और वे बहुत ही मनोहर हैं।
  • गोपियों के प्रेम में लीन कृष्ण: भगवान कृष्ण गोपियों के प्रेम का आनंद लेते हैं, और वे बहुत ही दयालु हैं।
  • राधा के प्रेम में लीन कृष्ण: भगवान कृष्ण राधा के प्रेम में लीन हैं, और वे बहुत ही शक्तिशाली हैं।
  • सभी जीवों के रक्षक कृष्ण: भगवान कृष्ण सभी जीवों के रक्षक हैं, और वे बहुत ही करुणामय हैं।
  • भक्तों के आराध्य कृष्ण: भगवान कृष्ण सभी भक्तों के आराध्य हैं, और वे बहुत ही सुंदर हैं।
  • ज्ञान के स्रोत कृष्ण: भगवान कृष्ण सभी ज्ञान के स्रोत हैं, और वे बहुत ही ज्ञानी हैं।
  • मोक्ष प्रदान करने वाले कृष्ण: भगवान कृष्ण सभी भक्तों को मोक्ष प्रदान करते हैं, और वे बहुत ही दयालु हैं।
  • सर्वस्व कृष्ण: भगवान कृष्ण सभी भक्तों के लिए सर्वस्व हैं, और वे बहुत ही प्यारे हैं।

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