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  • Create Date October 8, 2023
  • Last Updated July 29, 2024

धुंधिसरूपवर्णनस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के धुंधिसरूप का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 7 श्लोकों का है। प्रत्येक श्लोक में, भगवान शिव के धुंधिसरूप के एक विशेष पहलू का वर्णन किया गया है।

धुंधिसरूपवर्णनस्तोत्र के 7 श्लोक इस प्रकार हैं:

1. नमस्ते धूम्रवर्णाय त्रिनेत्राय त्रिशूलधारिणे।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे धूम्रवर्ण शिव! आपके तीन नेत्र हैं और आप तीन शूल धारण करते हैं।

2. महादेवाय नमः सर्वदेवनमस्कृताय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे महादेव! आप सभी देवताओं द्वारा नमस्कृत हैं।

3. नमस्ते शूलपाणये नमस्ते त्रिपुरांतकाय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे शूलपाणि! आप त्रिपुर का अंत करने वाले हैं।

4. नमस्ते रुद्राय नमस्ते नीलकंठाय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे रुद्र! आप नीलकंठ हैं।

5. नमस्ते भस्मधारिणे नमस्ते भक्तवत्सलाय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे भस्मधारी! आप भक्तों के लिए दयालु हैं।

6. नमस्ते शंभवे नमस्ते भवाय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे शंभु! आप भव हैं।

7. नमस्ते शिवाय नमस्ते ओंकारस्वरूपाय।

अर्थ: मैं आपको नमस्कार करता हूं, हे शिव! आप ओंकार के स्वरूप हैं।

धुंधिसरूपवर्णनस्तोत्र का महत्व:

धुंधिसरूपवर्णनस्तोत्र एक बहुत ही शक्तिशाली स्तोत्र है। इस स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ करने से भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

धुंधिसरूपवर्णनस्तोत्र का कुछ महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:

  • यह स्तोत्र भगवान शिव के धुंधिसरूप की महिमा का वर्णन करता है।
  • यह स्तोत्र 7 श्लोकों का है।
  • इसमें भगवान शिव के धुंधिसरूप के सभी प्रमुख पहलुओं का वर्णन किया गया है।
  • यह स्तोत्र सभी भक्तों के लिए पढ़ने योग्य है।

धुंधिसरूप का अर्थ:

धुंधिसरूप का अर्थ है "धुएं का रूप"। भगवान शिव को अक्सर धुएं के रूप में चित्रित किया जाता है। यह उनके उग्र और विनाशकारी पहलू का प्रतीक है।

धुंधिसरूप की महिमा:

भगवान शिव के धुंधिसरूप की बहुत महिमा है। वे सभी प्राणियों के संहारक हैं। वे सभी बुराई को नष्ट कर देते हैं और अच्छे को जीतते हैं।

धुंधिसरूप की उपासना:

धुंधिसरूप की उपासना करने से भक्तों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। यह उन्हें सभी प्रकार के भय से बचाता है और उन्हें जीवन में सफलता प्रदान करता है।


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