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  • Create Date October 9, 2023
  • Last Updated October 9, 2023

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान गणेश की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में रचित है, और प्रत्येक श्लोक में भगवान गणेश के एक अलग गुण या विशेषता की स्तुति की गई है।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता की रचना 10 तत्वों, पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, मन, बुद्धि, अहंकार, और आत्मा ने की थी। प्रत्येक तत्व ने स्तोत्र के एक श्लोक की रचना की।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता का पाठ निम्नलिखित है:

श्रीगणेशाय नमः।

  1. पृथ्वी स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो पृथ्वी के अधिपति हैं और सभी प्रकार की समृद्धि प्रदान करते हैं।

  1. जल स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो जल के अधिपति हैं और सभी प्रकार के ज्ञान प्रदान करते हैं।

  1. अग्नि स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो अग्नि के अधिपति हैं और सभी प्रकार की शक्ति प्रदान करते हैं।

  1. वायु स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो वायु के अधिपति हैं और सभी प्रकार की गति प्रदान करते हैं।

  1. आकाश स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो आकाश के अधिपति हैं और सभी प्रकार की चेतना प्रदान करते हैं।

  1. मन स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो मन के अधिपति हैं और सभी प्रकार के विचार प्रदान करते हैं।

  1. बुद्धि स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो बुद्धि के अधिपति हैं और सभी प्रकार के निर्णय प्रदान करते हैं।

  1. अहंकार स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो अहंकार के अधिपति हैं और सभी प्रकार की आत्म-जागरूकता प्रदान करते हैं।

  1. आत्मा स्तुति:

भावार्थ:

मैं उस गणेश को प्रणाम करता हूं, जो आत्मा के अधिपति हैं और सभी प्रकार की मुक्ति प्रदान करते हैं।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है। यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक और भौतिक दोनों स्तरों पर सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता को पढ़ने के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:

  • स्तोत्र को पढ़ने से पहले, भक्त को भगवान गणेश को प्रणाम करना चाहिए और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
  • स्तोत्र को धीरे-धीरे और ध्यान से पढ़ना चाहिए।
  • स्तोत्र को पढ़ते समय, भक्त को भगवान गणेश की छवि या मूर्ति के सामने बैठना चाहिए और उनकी स्तुति करनी चाहिए।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता एक बहुत ही लोकप्रिय स्तोत्र है, और इसे अक्सर हिंदू धर्म में पूजा के दौरान गाया जाता है।

गणेशस्तुतिः तत्त्वैः कृता के कुछ महत्वपूर्ण विषय निम्नलिखित हैं:

  • भगवान गणेश की महिमा
  • भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के उपाय

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