श्रीधनलक्ष्मीस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो धन की देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र देवी लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी के रूप में प्रकट करता है। श्रीधनलक्ष्मीस्तोत्रम् की रचना 12वीं शताब्दी के कवि और दार्शनिक वल्लभाचार्य…
श्रीदीपलक्ष्मीस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो दीपों की देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र देवी लक्ष्मी को दीपों के रूप में प्रकट करती है, जो ज्ञान, बुद्धि, और समृद्धि के प्रतीक हैं। श्रीदीपलक्ष्मीस्तोत्रम् की रचना 12वीं शताब्दी के…
श्री श्रीशगुणादर्शनस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 24 श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण के एक अलग गुण या विशेषता की प्रशंसा की जाती है। श्री श्रीशगुणादर्शनस्तोत्रम् की रचना…
श्रीगणपतीस्तोत्र हे एक संस्कृत स्तोत्र आहे जे भगवान गणेशची स्तुती करते. हे स्तोत्र 10 श्लोकांमध्ये विभागलेले आहे, प्रत्येक श्लोक एका विशिष्ट गुण किंवा शक्तीची स्तुती करतो. स्तोत्राची सुरुवात खालील श्लोकाने होते: गणपति बाप्पा मोरया, मंगलमूर्ती मोरया। जय जय जय गणपति,…
श्रीगणपती मंगलमाळिकास्तोत्र हे एक संस्कृत स्तोत्र आहे जे भगवान गणेशची स्तुती करते. हे स्तोत्र 100 श्लोकांमध्ये विभागलेले आहे, प्रत्येक श्लोक भगवान गणेशाच्या एका विशिष्ट गुण किंवा शक्तीची स्तुती करतो. स्तोत्राची सुरुवात खालील श्लोकाने होते: श्रीगणेशाय नमः एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि।…
श्रीगणपतीस्तोत्र 2 हे एक संस्कृत स्तोत्र आहे जे भगवान गणेशची स्तुती करते. हे स्तोत्र 10 श्लोकांमध्ये विभागलेले आहे, प्रत्येक श्लोक एका विशिष्ट गुण किंवा शक्तीची स्तुती करतो. स्तोत्राची सुरुवात खालील श्लोकाने होते: श्रीगणेशाय नमः शुक्लांम्बरधरं देवं शशिवर्णं चतुर्भुजम्। प्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्वविघ्नोपशांतये।…
होय, श्रीगणपतीस्तोत्र हे गीतात्मक आहे. हे स्तोत्र 10 श्लोकांमध्ये विभागलेले आहे, प्रत्येक श्लोक एका विशिष्ट गुण किंवा शक्तीची स्तुती करतो. प्रत्येक श्लोकाच्या शेवटी एक सुंदर गाणे आहे जे भगवान गणेशची स्तुती करते. स्तोत्राची सुरुवात खालील गाण्याने होते: गणपति बाप्पा मोरया,…
रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं एक संस्कृत स्तोत्र है जो रात की देवी रात्रि की स्तुति करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में रात्रि के एक अलग गुण या विशेषता की प्रशंसा की जाती है। रत्रिसुक्तात्कम देवीस्तोत्रं की…
होय, श्रीगणनाथ स्तोत्र शिवशक्तिकृत आहे. हे स्तोत्र शिव आणि पार्वती यांच्या संवादातून उद्भवले आहे. पार्वती शिवाला विचारतात की गणनाथ कोण आहेत आणि त्यांची पूजा कशी केली जाते. शिव त्यांना गणनाथाचे वर्णन करतात आणि त्यांच्या पूजेची पद्धत सांगतात. श्रीगणनाथ स्तोत्र एक…
रामहृदय स्तोत्र, जिसे श्रीरामहृदयम भी कहा जाता है, वाल्मीकि रामायण के उत्तरकांड में वर्णित एक स्तोत्र है। यह स्तोत्र हनुमान द्वारा लंका में सीता की खोज के दौरान किया गया था। स्तोत्र भगवान राम के हृदय का वर्णन करता है,…
यह स्तोत्र भगवान गणेश के सभी भक्तों के लिए है। किसी विशेष दीक्षा की आवश्यकता नहीं है. बस उस पर विश्वास ही काफी होगा। वह अपने भक्तों की सहायता करने में कभी असफल नहीं होंगे और हर समय अपनी सुरक्षा प्रदान करेंगे। वह सभी…
महालक्ष्मी द्वादशनामस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी महालक्ष्मी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र बारह श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में महालक्ष्मी के एक अलग नाम का उल्लेख किया गया है। महालक्ष्मी द्वादशनामस्तोत्रम्…