गजाननस्तोत्रम् सर्वेष्टप्रदम् (मुद्गलपुराणांतर्गतम्) एक प्रसिद्ध संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान गणेश की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में रचित है, और प्रत्येक श्लोक में भगवान गणेश के एक अलग गुण या विशेषता की स्तुति की गई है। गजाननस्तोत्रम्…
श्रीलक्ष्मीस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु की पत्नी और धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी, श्रीमती लक्ष्मी की स्तुति करती है। यह स्तोत्र हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण प्रथा है। स्तोत्र के अनुसार, श्रीमती लक्ष्मी समस्त सृष्टि की…
श्री लक्ष्मीस्तोत्रम् लोपामुद्रा, भगवान विष्णु की पत्नी और धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी, श्रीमती लक्ष्मी की एक स्तुति है। यह स्तुति लोपामुद्रा, ऋषि वशिष्ठ की पत्नी द्वारा रचित है। स्तुति के अनुसार, श्रीमती लक्ष्मी समस्त सृष्टि की स्वामिनी हैं।…
ढुंढिराजभुजंगप्रयात स्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के एक रूप, ढुंढिराज की स्तुति करता है। ढुंढिराज भगवान शिव का एक भयानक रूप है, जो भुजंगों से घिरे हुए हैं। स्तोत्र…
दक्षकृत शिवस्तुति एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र दक्ष प्रजापति द्वारा लिखा गया था, जो एक महान ऋषि थे। स्तोत्र का पाठ: ॐ नमस्ते रुद्राय निजाधिष्ठिताय सुरासुरेन्द्राधिपते। त्रिभुवनैकनाथाय शूलपाणि प्रणिपाते नमस्ते॥ ॐ नमस्ते…
श्री लक्ष्मी नामावली स्तोत्रम्, भगवान विष्णु की पत्नी और धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी, श्रीमती लक्ष्मी के 108 नामों का एक संग्रह है। यह स्तोत्र पद्म पुराण में वर्णित है। स्तोत्र के अनुसार, श्रीमती लक्ष्मी के नामों का जाप…
श्री लक्ष्मी चंद्रलम्बाशोत्तरशतनामास्तोत्रम्, भगवान विष्णु की पत्नी और धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी, श्रीमती लक्ष्मी की 100 नामों की एक स्तुति है। यह स्तुति भगवान विष्णु के अवतार, भगवान कृष्ण द्वारा रचित है। स्तुति के अनुसार, श्रीमती लक्ष्मी को…
दशाक्षर मंत्र स्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र केवल दस अक्षरों का है, और इसे अक्सर भगवान शिव की पूजा के दौरान पढ़ा जाता है। स्तोत्र का पाठ: ॐ नमः शिवाय स्तोत्र…
भक्तमनोरथसिद्धिप्रद गणेश स्तोत्र एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान गणेश की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भक्तों को अपने मनोकामनाओं को प्राप्त करने में मदद करने के लिए कहा जाता है। स्तोत्र का पाठ: ॐ नमः गणेशाय नमः गणेशं चतुर्भुजं…
मयूरेश स्तोत्र भगवान गणेश की एक स्तुति है जो उन्हें मयूर के रूप में प्रदर्शित करती है। यह स्तोत्र अक्सर अंगारक चतुर्थी के दिन पढ़ा जाता है, जो गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद आता है। मयूरेश स्तोत्र के कुछ…
योगशांतिप्रदं गणध्वजं, एकदन्तं विघ्नराजं, धूम्रवर्णं गजवदनं, त्रिनेत्रं वक्रतुण्डं, वन्दे गणपतिं शुभं, प्रणम्य शिरसाग्रतः, सर्वकार्येषु सिद्धिं, देहि मम त्वया प्रभो। अर्थ: एक दांत वाले, विघ्नों के राजा, धूम्रवर्ण वाले, हाथी के मुख वाले, तीन नेत्रों वाले, वक्र मुख वाले गणपति को…
श्रीगजाननस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान गणेश की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र 24 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में गणेश के एक अलग गुण या पहलू की प्रशंसा की गई है। श्रीगजाननस्तोत्रम् को अक्सर सुबह…