श्रीसर्वेश्वरप्रपत्तिस्तोत्रम् shreesarveshvaraprapattistotram

श्रीसरवेश्वरप्रपन्नस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। इस स्तोत्र की रचना 14वीं शताब्दी में श्रीपादाचार्य नामक एक संत ने की थी। श्रीसरवेश्वरप्रपन्नस्तोत्रम् में, श्रीपादाचार्य भगवान शिव को सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी, और सर्वज्ञ मानते हैं।…

श्रीलोकनायकीपापविनाशेश्वरस्तोत्रम् Srilokanayakipaapvinasheshwarastotram

Srilokanayakipaapvinasheshwarastotram श्रीलोकनायकिपापविनाशेशस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव को लोकनायक और पापविनाशेश के रूप में प्रशंसा करता है। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता…

श्रीविश्वनाथस्तोत्रम् Sri Vishwanath Stotram

Sri Vishwanath Stotram श्री विश्वनाथ स्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, विश्वनाथ की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा…

श्रीसिद्धेश्वरस्तोत्रम् Srisiddheshwar Stotram

Srisiddheshwar Stotram श्रीसिद्धेश्वर स्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, सिद्धेश्वर की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है।…

हृदयबोधनस्तोत्रम् Hridayabodhanastotram

Hridayabodhanastotram हृदयबोधस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह स्तोत्र भगवान विष्णु की शरण में आने और उनके मार्गदर्शन से जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करता है। स्तोत्र 12 श्लोकों में विभाजित है,…

अदितिकृतं कृष्णस्तोत्रम् aadikrtan krshnastotram

आदिकृत्य श्रीकृष्णस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में रचित है। इसे 14वीं शताब्दी के कवि आदिकृत्य ने लिखा था। स्तोत्र में, कवि भगवान कृष्ण के रूप, गुणों और कार्यों का वर्णन करते हैं। वे कहते हैं…

श्रीभवानीचन्द्रशेखरस्तोत्रम् Sribhavanichandrasekharstotram

Sribhavanichandrasekharstotram श्रीभावानीचंद्रशेखरस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, और प्रत्येक श्लोक भगवान शिव और पार्वती के एक अलग गुण या पहलू की…

अर्धनारीश्वरस्तोत्रम् ३ Ardhanarishvarstotram 3

Ardhanarishvarstotram 3 अर्धनारीश्वरस्तोत्रम् 3 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान अर्धनारीश्वर की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 9 श्लोकों में विभाजित है, और प्रत्येक श्लोक भगवान अर्धनारीश्वर के एक अलग गुण या पहलू की प्रशंसा करता है। श्लोक…

आर्तत्राणस्तोत्रम् गङ्गाधरस्तोत्रम् च Artatranastotram Gangadharstotram Ch

Artatranastotram Gangadharstotram Ch अर्थत्रयस्तोत्र और गंगाधरस्तोत्र दो हिंदू स्तोत्र हैं जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करते हैं। अर्थत्रयस्तोत्र भगवान शिव को तीनों लोकों (स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल) का स्वामी और सभी प्राणियों का पालनहार के रूप में दर्शाता…

अदितिकृतं कृष्णस्तोत्रम् (1) aadikrtan krshnastotram (1)

आदिकृत्य कृष्णस्तोत्र (1) एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में रचित है। इसे 14वीं शताब्दी के कवि आदिकृत्य ने लिखा था। स्तोत्र में, कवि भगवान कृष्ण के रूप, गुणों और कार्यों का वर्णन करते हैं। वे कहते…

उमामहेश्वरस्तोत्रम् Umamaheshwar Stotram

Umamaheshwar Stotram उमामहेश्वर स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव और देवी पार्वती की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र शिव और पार्वती के प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। स्तोत्र का पाठ इस प्रकार है: ॐ नमः…

कल्पेश्वरस्तोत्रम् Kalpeshwar Stotram

Kalpeshwar Stotram जीवेशविश्वसुरयक्षनृराक्षसाद्याः यस्मिंस्थिताश्च खलु येन विचेष्टिताश्च। यस्मात्परं न च तथाऽपरमस्ति किञ्चित् कल्पेश्वरं भवभयार्तिहरं प्रपद्ये। यं निष्क्रियो विगतमायविभुः परेशः नित्यो विकाररहितो निजविर्विकल्पः। एकोऽद्वितीय इति यच्छ्रुतया ब्रुवन्ति श्रीकृष्णस्तवराज shreekrshnastavaraaj