श्री शिवनिराजन स्तोत्रम एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भगवान शिव की आराधना करता है। यह स्तोत्र शिव के तीन रूपों, निराजन, शिव और शंकर की महिमा का वर्णन करता है। स्तोत्र का प्रारंभ निराजन रूप की स्तुति से होता है।…
श्रीशिवपंचरात्रस्तुति शिवमहापुराण में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। यह स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र तीन भागों में विभाजित है, प्रत्येक भाग में पांच-पांच श्लोक हैं। श्रीशिवपंचरात्रस्तुति का प्रथम भाग: यह भाग भगवान शिव के पंचाक्षर…
श्रीशिवपंचरात्रस्तुति शिवमहापुराण में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। यह स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र तीन भागों में विभाजित है, प्रत्येक भाग में पांच-पांच श्लोक हैं। श्रीशिवपंचरात्रस्तुति का प्रथम भाग: यह भाग भगवान शिव के पंचाक्षर…
श्रीशिवपंचरात्रस्तुति शिवमहापुराण में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। यह स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र तीन भागों में विभाजित है, प्रत्येक भाग में पांच-पांच श्लोक हैं। श्रीशिवपंचरात्रस्तुति का प्रथम भाग: यह भाग भगवान शिव के पंचाक्षर…
श्रीशिवपंचक्षरशतश्रतानवली 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र “ॐ नमः शिवाय” की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र श्रीशिवपंचक्षरशतश्रतानवली का एक विस्तारित संस्करण है, जिसमें 108 श्लोकों के बजाय 216 श्लोक हैं। स्तोत्र की रचना…
श्रीशिवपंचक्षरशतश्रतानवली एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र “ॐ नमः शिवाय” की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में मंत्र के एक अलग अर्थ या गुण का वर्णन है।…
श्री शिवप्रातःस्मरणस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र तीन श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक अलग रूप या गुण का वर्णन है। श्लोक 1: प्रातः स्मरामि…
श्री शिवप्रातःस्मरणस्तोत्रम् 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र दो श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक अलग रूप या गुण का वर्णन है। श्लोक 1: प्रातः…
शिव प्रार्थना भगवान शिव की स्तुति में की जाने वाली एक प्रार्थना है। यह प्रार्थना भक्तों को भगवान शिव के साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद कर सकती है। यह भक्तों को अपने भीतर के भगवान को खोजने और…
श्रीशिवमहिमाष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक अलग गुण या विशेषता का वर्णन है। स्तोत्र की रचना…
श्रीशिवविभक्तिस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की भक्ति में लिखा गया है। यह स्तोत्र भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों की स्तुति करता है। स्तोत्र की रचना आठवीं शताब्दी के हिंदू दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु आदि शंकराचार्य…
यम्भयानिवारन स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र यम्भया नामक एक राक्षसी को वश में करने के लिए कहा जाता है। यम्भया एक शक्तिशाली राक्षसी है जो भक्तों को परेशान करती…