Srichandramoulipanchakam 1 श्रीचंद्रमौलीपञ्चकम् 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, चंद्रमौली की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के तमिल कवि मणीक्कवासिगर द्वारा लिखा गया था। स्तोत्र में, मणीक्कवासिगर चंद्रमौली की महिमा का वर्णन करते…
Srichandramoulipanchakam 2 श्रीचंद्रमौलीपञ्चकम् 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, चंद्रमौली की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के तमिल कवि मणीक्कवासिगर द्वारा लिखा गया था। स्तोत्र में, मणीक्कवासिगर चंद्रमौली की महिमा का वर्णन करते…
Sri Chidambardikshit Stotram श्री चिदंबरदिक्षित स्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, चिदंबरम के दीक्षित स्वामी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के तमिल कवि मणीक्कवासिगर द्वारा लिखा गया था। स्तोत्र में, मणीक्कवासिगर चिदंबरम…
Srichidambarashtakam 2 श्री चिदंबराष्टक 2 एक संस्कृत भजन है जो भगवान शिव के रूप, नटराज की स्तुति करता है। यह भजन 12वीं शताब्दी के तमिल कवि मणीक्कवासिगर द्वारा लिखा गया था। भजन में, मणीक्कवासिगर नटराज को “चिदानंदमूर्ति” या “चिदानंद का…
Srigyansambandhdhyanstutih श्रीज्ञानसंबंध ध्यानस्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के ज्ञान स्वरूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक ज्ञान के एक विशेष पहलू को संबोधित करता है। श्लोक 1: नमस्ते…
Shrityageshstuti श्री श्रीतयग्रजाष्टक एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के रूप श्रीतयग्रजा की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक श्रीतयग्रजा के एक विशेष गुण या स्वरूप की…
Shrityageshstuti श्री त्रियुगीनारायण स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु के तीन रूपों – विष्णु, ब्रह्मा और महेश की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक एक विशेष रूप की प्रशंसा करता…
Sridakshinamurthystotram श्री दक्षिणामूर्ति स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक दक्षिणामूर्ति के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है।…
Sridakshinamurthystotram 2 श्री दक्षिणामूर्ति स्तोत्र 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक दक्षिणामूर्ति के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा…
Sridakshinamurtyashtakam श्री दक्षिणामूर्ति अष्टकम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक दक्षिणामूर्ति के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है।…
Sridakshinamurtyashtakam 2 श्री दक्षिणामूर्ति अष्टकम 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक दक्षिणामूर्ति के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा…
Sridashashloki श्रीदशश्लोकी एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है। श्लोक 1: नमस्ते नमस्ते रुद्राय…