आत्मनाथवेदपादस्तुतिः ब्रह्मकृता Atmanathvedapadstutih Brahmakrita

 Atmanathvedapadstutih Brahmakrita नहीं, आत्मनाथवेदपदस्तुति ब्रह्मकृत नहीं है। आत्मनाथवेदपदस्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो शिव के वेदपदों की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। आत्मनाथवेदपदस्तुति के कुछ महत्वपूर्ण अंश निम्नलिखित हैं: “वेदपदों में शिव ही…

आत्मनाथशतनामावलिः Aatmanaathashatanaamaavaleeh

Atmanathashatanamavali: आत्मनाथशतनामावली एक संस्कृत स्तोत्र है जो शिव के एक सौ नामों की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र का हिंदी अनुवाद: श्लोक 1 स्तोत्रकार कहते हैं, “मैं आत्मनाथशतनामावली का पाठ करता हूं…

आत्मषट्कम् , निर्वाणषट्कम् सार्थम् Aatmashatakam, nirvaanashatakam saarthakam

Aatmashatakam, nirvaanashatakam saarthakam आत्मशतकम और निर्वाणशतकम दोनों ही संस्कृत स्तोत्र हैं जो आत्मा और निर्वाण के विषय पर आधारित हैं। ये दोनों स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित हैं। आत्मशतकमआत्मा की महिमा का वर्णन करता है। इसमें आत्मा के गुणों, कार्यों…

आत्मेश्वरतत्त्वपञ्चरत्नम् Aatmeshvaratattvapancharatnam

Aatmeshvaratattvapancharatnam आत्मेश्वरतत्वपंचरतनम एक संस्कृत स्तोत्र है जो आत्मा और ईश्वर के स्वरूप और संबंध का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र का हिंदी अनुवाद: श्लोक 1 स्तोत्रकार कहते हैं, “मैं आत्मा और ईश्वर के स्वरूप…

आरती भगवान कैलासवासी Aartee bhagavaan kailaasavaasee

Aartee bhagavaan kailaasavaasee आरती भगवान कैलासावासी एक हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है जो भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह अनुष्ठान आमतौर पर शाम के समय किया जाता है। आरती में, भक्त भगवान शिव के चित्र या मूर्ति…

आरती भगवान महादेव Aaratee bhagavaan mahaadev

Aaratee bhagavaan mahaadev आरती भगवान महादेव एक हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है जो भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह अनुष्ठान आमतौर पर शाम के समय किया जाता है। आरती में, भक्त भगवान शिव के चित्र या मूर्ति…

ऋषिभिः कृतं शिवस्तोत्रम् Rishibhi Kritam Shivastotram

Rishibhi Kritam Shivastotram ऋषियों द्वारा रचित शिव स्तोत्र एक व्यापक श्रेणी है जिसमें विभिन्न ऋषियों द्वारा रचित शिव के कई स्तोत्र शामिल हैं। इन स्तोत्रों में भगवान शिव की महिमा और शक्ति का गुणगान किया गया है। कुछ प्रसिद्ध ऋषियों…

कालहस्तीश्वरस्तुतिः Kaalhastishvarstutih

Kaalhastishvarstutih कालहस्तीश्वरस्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के कालहस्तीश्वर रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। कालहस्तीश्वर भगवान शिव का एक रूप है जो आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर में स्थित…

काशीविश्वेश्वरस्तोत्रम् Kashi Vishweshwar Stotram

Kashi Vishweshwar Stotram काशी विश्वनाथ अष्टकम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के काशी विश्वनाथ रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र महाकवि विद्यापति द्वारा रचित है। काशी विश्वनाथ भगवान शिव का एक रूप है जो काशी…

किरातमूर्तिस्तोत्रं Kiratmurti Stotram

Kiratmurti Stotram किरातमूर्ती स्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के किरातमूर्ती रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। किरातमूर्ती भगवान शिव का एक रूप है जो शिकार और वन के जीवन…

कुमारकृता शिवशिवास्तुतिः Kumarakrita Shivshivastutih

Kumarakrita Shivshivastutih कुमारकृत शिवशिवस्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के शिवरूप और शिवस्वरूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र कुमार नामक एक कवि द्वारा रचित है। शिवरूप भगवान शिव का एक रूप है जो शक्ति और…

कुळीराष्टकम् kulirashtakam

Kulirashtakam कुलिशष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के कुलिश रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। कुलिश एक त्रिशूल या त्रिशूल है। यह भगवान शिव का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। स्तोत्र…