Aparo Dvadashaksharo Mrityunjayah अपरोदशक्षरो मृत्युंजय एक संस्कृत मंत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह मंत्र 12 अक्षरों से बना है, और इसका अर्थ है “मृत्यु को जीतने वाला, जो मृत्यु से परे है”। मंत्र इस…
Ardhanarishvarstotram 3 अर्धनारीश्वरस्तोत्रम् 3 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान अर्धनारीश्वर की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 9 श्लोकों में विभाजित है, और प्रत्येक श्लोक भगवान अर्धनारीश्वर के एक अलग गुण या पहलू की प्रशंसा करता है। श्लोक…
Atmanathstuti:3 (Vatpurishvarakrita Mandhahassundararvindavaktrashobhitam) आत्मनाथस्तुतिः 3 (वटपूष्यावरकृत मन्दहाससुन्दरअरविन्दवक्त्रशोभितम) एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, और प्रत्येक श्लोक भगवान विष्णु के एक अलग गुण या पहलू की प्रशंसा…
Artatranastotram Gangadharstotram Ch अर्थत्रयस्तोत्र और गंगाधरस्तोत्र दो हिंदू स्तोत्र हैं जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करते हैं। अर्थत्रयस्तोत्र भगवान शिव को तीनों लोकों (स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल) का स्वामी और सभी प्राणियों का पालनहार के रूप में दर्शाता…
Eeshaanastvah ईशावास्यम्, जिसे ईशावास्य उपनिषद् या ईशावास्य स्तव के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू ग्रंथ है जो शुक्ल यजुर्वेद का हिस्सा है। यह उपनिषदों में से एक है, और यह अपनी गहन और काव्यात्मक भाषा के लिए…
Umamaheshwaramahatmyam उमामहेश्वरमहात्म्यम् एक संस्कृत ग्रन्थ है जो भगवान शिव और देवी पार्वती की महिमा का वर्णन करता है। यह ग्रन्थ 12 अध्यायों में विभाजित है, और प्रत्येक अध्याय में भगवान शिव और देवी पार्वती के जीवन की एक विशेष घटना…
Umamaheshwar Stotram उमामहेश्वर स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव और देवी पार्वती की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र शिव और पार्वती के प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। स्तोत्र का पाठ इस प्रकार है: ॐ नमः…
Kalpeshwar Stotram जीवेशविश्वसुरयक्षनृराक्षसाद्याः यस्मिंस्थिताश्च खलु येन विचेष्टिताश्च। यस्मात्परं न च तथाऽपरमस्ति किञ्चित् कल्पेश्वरं भवभयार्तिहरं प्रपद्ये। यं निष्क्रियो विगतमायविभुः परेशः नित्यो विकाररहितो निजविर्विकल्पः। एकोऽद्वितीय इति यच्छ्रुतया ब्रुवन्ति श्रीकृष्णस्तवराज shreekrshnastavaraaj
Kaalhastishvarstutih कालहस्तीश्वरस्तुतिः एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र कालहस्तीश्वर मंदिर, जो कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है, में पाया जाता है। स्तोत्र का पाठ इस प्रकार है: ॐ नमः…
Dakshakritam Shivaparadhakshamastotram दक्षकृतं शिवपराधाक्षमास्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव से क्षमा मांगता है। यह स्तोत्र दक्ष प्रजापति द्वारा रचित है, जिन्होंने अपने दामाद भगवान शिव का अपमान किया था। स्तोत्र में, दक्ष प्रजापति भगवान शिव से क्षमा मांगते…
Dakshakritam Shivaparadhakshamastotram दक्षकृतं शिवपराधाक्षमास्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव से क्षमा मांगता है। यह स्तोत्र दक्ष प्रजापति द्वारा रचित है, जिन्होंने अपने दामाद भगवान शिव का अपमान किया था। स्तोत्र में, दक्ष प्रजापति भगवान शिव से क्षमा मांगते…
Devaihkrita Maheshwarstutih देवैःकृता महेश्वरस्तुतिः एक संस्कृत स्तुति है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। यह स्तुति देवताओं द्वारा की जाती है, जो भगवान शिव के भक्त हैं। स्तुति में, देवता शिव की शक्ति और दया की प्रशंसा…