चांदी सदियों से सिर्फ अपनी चमक और खूबसूरती के लिए ही नहीं, बल्कि अनेक Chamatkari Phal चमत्कारी गुणों के लिए भी जानी जाती रही है। वैज्ञानिकों और चिकित्सकों द्वारा किए गए शोधों से पता चला है कि चांदी का उपयोग स्वास्थ्य, धन, और समृद्धि लाने के लिए भी किया जा सकता है। चांदी अत्यंत शुभ, शीतल, शांतिदायक और शाही धातु है। यह ऐश्वर्य और सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है। जीवन में चांदी का अधिकाधिक प्रयोग राजा महाराजा के काल से चला आ रहा है। इन 17 बातों से जानते हैं कि क्यों चांदी है
1. कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए चांदी का इस्तेमाल बेहतर परिणाम देता है लेकिन मेष, सिंह और धनु के लिए चांदी बहुत अच्छी नहीं होती। बाकी के लिए मध्यम है।
2. चांदी के बर्तन जिस घर में होते हैं वहां सुख, वैभव और संपन्नता आती है। अत: घर में पीतल, तांबा और चांदी के ही बर्तन होना चाहिए। लोहे, प्लास्टिक या स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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3. ज्योतिष में चांदी का संबंध चंद्रमा और शुक्र से है। चांदी शरीर के जल तत्व और कफ को नियंत्रित करती है। चांदी के प्रयोग से मन मजबूत और दिमाग तेज होता है। साथ ही चांदी के प्रयोग से चंद्रमा की समस्याओं को शांत किया जा सकता है।
4. चांदी के ग्लास में पानी पीने से सर्दी-जुकाम की समस्या दूर होती है तो वहीं चांदी के चम्मच से शहद खाने से शरीर विषमुक्त होता है। जिन लोगों को भावनात्मक परेशानियां ज्यादा हैं, वो चांदी का प्रयोग सावधानी से करें।
5. चांदी के बर्तन में केसर घोलकर माथे पर टीका लगाएं। सुख-शांति, समृद्धि और प्रसिद्धि प्राप्त होगी। यह प्रयोग गुरुवार को करें।
6. चांदी की डिबिया में जड़ : अर्क (अकोड़ा), छाक (छिला), खैर, अपामार्ग, पीपल की जड़, गूलर की जड़ खेजड़े की जड़, दुर्वा एवं कुशा की जड़ को एक चांदी की डिब्बी में रखकर नित्य पूजा करें। जीवन में कभी असफलता नहीं आएगी, नवग्रह शांत रहेंगे सुख सम्पत्ति की बढ़ोतरी होगी। धन लक्ष्मी प्राप्ति के टोटकों में यह टोटका अनुभूत सिद्ध प्रयोग है।
7. राहु के प्रकोप को दूर करने के लिए कम से कम 200 ग्राम ठोस चांदी का एक हाथी बनवाएं और उसे अपने घर में कहीं उचित स्थान पर रखें। बुधग्रह अष्टम में होकर खराब प्रभाव दे रहा है तो चांदी की नथ पहनें।
8. राहु के उपाय के लिए भोजन कक्ष में बैठकर चांदी की थाली में भोजन करें। केतु के अशुभ स्थिति से बचाव हेतु दूध में अंगूठा डालकर उसे चूसना चाहिए। सूर्य और चन्द्र की वस्तु यथा स्वेत वस्त्र, चांदी और तांबा दान करना चाहिए।
9 . यदि संभव हो तो हमेशा चांदी के बर्तन में पानी पिएं। चांदी बर्तन ना हो तो गिलास में पानी भरें और उसमें चांदी की अंगुठी डालकर पानी पीएं। यह प्राचीन, सरल और बहुत चमत्कारी तांत्रिक उपाय है। इससे धन संबंधी मामलों में राहत मिलती है।
10. मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिल रहा है तो किसी भी सोमवार की रात जब चंद्रोदय हो जाए तो उसके बाद अपने पलंग के चारों कोनों में चांदी की कील ठोक दें। चांदी की कील छोटी-छोटी भी लगाई जा सकती है। इस तांत्रिक उपाय से पैसों की समस्याएं दूर होने लगती हैं।
11. यदि आपके पास धन टिकता नहीं है तो महीने के पहले शुक्रवार को चांदी की डिब्बी में काली हल्दी, नागकेसर व सिंदूर को साथ रखकर भगवती लक्ष्मीजी के चरणों से स्पर्श करवाकर धन रखने के स्थान पर रख दें। निश्चित ही लाभ होगा।
12. यदि आपका व्यवसाय कम चल रहा है तो महीने के पहले गुरुवार को पीले कपड़े में काली हल्दी, 11 गोमती चक्र, 1 चांदी का सिक्का और 11 कौड़ियां बांधकर 108 बार निम्नलिखित मंत्र का जप कर अपने कार्य स्थल अथवा दुकान आदि के पवित्र स्थान में रख दें।
मंत्र- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
13. चांदी की कटोरी में थोड़ा सा सूखा धनिया रखकर उसमें चांदी के लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति रखें। इस कटोरी को दुकान या व्यवसायिक स्थल से पूर्व दिशा में रख दें तथा प्रतिदिन प्रात: अगरबत्ती जलाकर इनका पूजन करें।
14. यदि कोई रोग ठीक नहीं हो रहा हो तो गोमती चक्र लेकर चांदी के तार में पिरोएं तथा पलंग के सिरहाने बांध दे। निश्चित ही लाभ मिलेगा।
15. घर के उत्तर-पश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा।
16. आप चाहते है अगर उच्च शिक्षा और करियर में प्रगति तो चांदी का चैकोर टुकड़ा हमेशा अपने पास रखें। यदि आप चाहते हैं व्यापार में प्रगति तो चांदी का छोटा सा ठोस हाथी अपनी जेब में रखें।
17.यदि आप लड़की के विवाह में विलंब हो रहा हो तो शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को प्रातः चांदी की एक ठोस गोली चांदी की ही चेन में पिरोकर उसे गंगा जल और कच्चे दूध से पवित्र करने के बाद धूप दीप दिखाएं और फिर शिवलिंग का स्पर्श कराने के बाद गले में धारण कर लें। इसके बाद वहां गरीबों को कुछ मीठा अवश्य खिलाएं।