Ganesh Chalisa:श्री गणेश चालीसा

Ganesh Chalisa श्री गणेश चालीसा: भगवान गणेश की भक्ति में डूब जाइए Ganesh Chalisa श्री गणेश चालीसा हिंदू धर्म में भगवान गणेश की स्तुति में गाया जाने वाला एक बहुत ही लोकप्रिय स्तोत्र है। यह चालीसा भगवान गणेश के विभिन्न…

Sankashti Chaturthi List: 2024 संकष्टी चतुर्थी: भगवान POWER FULL गणेश का आशीर्वाद और मोक्ष प्राप्ति का पर्व

Sankashti Chaturthi 2024 List: संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के चौथे दिन मनाई जाती है. हिन्दू पंचांग के अनुसार चतुर्थी हर महीने में दो बार आती है, जिसे लोग बहुत श्रद्धा से मनाते हैं. संकष्टी चतुर्थी का व्रत…

December 2023:Sankashti Chaturthi संकष्टी चतुर्थी जानिए कब है ?

संकष्टी गणेश चतुर्थी आपको बता दें कि संकष्टी गणेश चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) का काफी मान है। भगवान गणेश की पूजा इस दिन करने से इंसान के सारे कष्टों का अंत होता है। तो वहीं महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में इस…

Ganesh bhagwan:भगवान गणेश को दूर्वा क्यों अर्पित की जाती है?

Ganesh bhagwan भगवान गणेश को दूर्वा क्यों अर्पित की जाती है, इसके पीछे कई कथाएँ हैं। एक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक राक्षस था जिसका नाम अनलासुर था। वह बहुत शक्तिशाली था और उसने देवताओं और ऋषियों को…

2023 गणेश उत्सव के दस दिनों में लगाएं इन 10 चीजों का भोग, बप्पा पूरी करेंगे आपकी हर मनोकामना

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन सुख-समृद्धि के देवता भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर साल गणेश उत्सव मनाया जाता है। यह पर्व पूरे दस दिनों तक…

गणेश चतुर्थी पर इस मुहूर्त में घर लाएं गणपति, जानिए गणपति स्थापना और पूजा विधि

गणेश उत्सव का यह पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तिथि के दिन तक चलता है. 10 दिन तक चलने वाला यह उत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. करवा चौथ…

एकदंतगणेशस्तोत्रम्

श्रीगणेशाय नमः । मदासुरं सुशान्तं वै दृष्ट्वा विष्णुमुखाः सुराः । भृग्वादयश्च मुनय एकदन्तं समाययुः ॥ १॥ प्रणम्य तं प्रपूज्यादौ पुनस्तं नेमुरादरात् । तुष्टुवुर्हर्षसंयुक्ता एकदन्तं गणेश्वरम् ॥ २॥ देवर्षय ऊचुः सदात्मरूपं सकलादि-भूतममायिनं सोऽहमचिन्त्यबोधम् । अनादि-मध्यान्त-विहीनमेकं तमेकदन्तं शरणं व्रजामः ॥ ३॥ अनन्त-चिद्रूप-मयं…

उच्छिष्टमहागणपति ध्यानम्

मूलाधारे सुयोन्याख्ये चिदग्निवरमण्डले । समासीनं पराशक्तिविग्रहं गणनायकम् ॥ १॥ रक्तोत्पलसमप्रख्यं नीलमेघसमप्रभम् । रत्नप्रभालसद्दीप्तमुकुटाञ्चितमस्तकम् ॥ २॥ करुणारससुधाधारास्रवदक्षित्रयान्वितम् । अक्षिकुक्षिमहावक्षः गण्डशूकादिभूषणम् ॥ ३॥ पाशाङ्कुशेक्षुकोदण्डपञ्चबाणलसत्करम् । नीलकान्तिघनीभूतनीलवाणीसुपार्श्वकम् ॥ ४॥ सुत्रिकोणाख्यनीलाङ्गरसास्वादनतत्परम् । पत्न्यालिङ्गतवामाङ्गं सप्तमातृनिषेवितम् ॥ ५॥ ब्रह्मविष्णुमहेन्द्रादिसम्प्रपूजितपादुकम् । महद्द्वयपदोवाच्यपादुकामन्त्रसारकम् ॥ ६॥ नवावरणयज्ञाख्य वरिवस्याविधिप्रियम् ।…

उच्छिष्टगणेशस्तवराजः

श्री गणेशाय नमः । देव्युवाच । पूजान्ते ह्यनया स्तुत्या स्तुवीत गणनायकम् । नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम् । गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभवासनं च ॥ १॥ केयुरिणंहारकिरीटजुष्टं चतुर्भुजं पाशवराभयानि । सृणिं च हस्तं गणपं त्रिनेत्रं सचामरस्त्रीयुगलेन युक्तम् ॥ २॥ सृणिंवहन्तं…

उच्छिष्टगणेशकवचम् (रुद्रयामलान्तर्गतम्)

अथ श्रीउच्छिष्टगणेशकवचं प्रारम्भः देव्युवाच ॥ देवदेव जगन्नाथ सृष्टिस्थितिलयात्मक । विना ध्यानं विना मन्त्रं विना होमं विना जपम् ॥ १॥ येन स्मरणमात्रेण लभ्यते चाशु चिन्तितम् । तदेव श्रोतुमिच्छामि कथयस्व जगत्प्रभो ॥ २॥ ईश्वर उवाच ॥ श्रुणु देवी प्रवक्ष्यामि गुह्याद्गुह्यतरं महत् ।…

श्रीगणपतिस्तोत्रम् समन्त्रकम्

नमो गणपतये तुभ्यं ज्येष्ठ ज्येष्ठाय ते नमः । स्मरणाद्यस्य ते विघ्ना न तिष्ठन्ति कदाचन ॥ १॥ देवानां चापि देवस्त्वं ज्येष्ठराज इति श्रुतः । त्यक्त्वा त्वामिह कः कार्य-सिद्धिं जन्तुर्गमिष्यति ॥ २॥ स त्वं गणपतिः प्रीतो भव ब्रह्मादिपूजित ॥ चरणस्मरणात्तेऽपि ब्रह्माद्या यशस्विनः…

श्रीउच्छिष्टगणपतिसहस्रनामस्तोत्रम्

श्रीगणेशाय नमः । श्रीभैरव उवाच । श‍ृणु देवि रहस्यं मे यत्पुरा सूचितं मया । तव भक्त्या गणेशस्य वक्ष्ये नामसहस्रकम् ॥ १॥ श्रीदेव्युवाच । ॐ भगवन्गणनाथस्य उच्छिष्टस्य महात्मनः । श्रोतुं नाम सहस्रं मे हृदयं प्रोत्सुकायते ॥ २॥ श्रीभैरव उवाच । प्राङ्मुखे…