Ahoi Ashtami 2024: महिलाएं क्यों पहनती हैं खास स्याहु माला? जानिए इसका धार्मिक महत्व 🌸
Ahoi Ashtami एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जब माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन स्याहु माता की पूजा की जाती है और विशेष स्याहु माला को धारण किया जाता है। आइए जानें, इस माला का महत्व और इसे पहनने का धार्मिक कारण।
Ahoi Ashtami का महत्व
अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं स्याहु माता की पूजा करती हैं, जो संतान की लंबी आयु और खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देती हैं। इस व्रत को संतान प्राप्ति के लिए भी किया जाता है, और मान्यता है कि स्याहु माता कभी भी अपनी भक्तों को निराश नहीं करतीं। यह व्रत विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है, जो अपनी संतान की भलाई और उनके जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए पूजा करती हैं।
स्याहु माला का धार्मिक महत्व
अहोई अष्टमी पर स्याहु माला पहनना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह माला आमतौर पर चांदी की होती है और इसे लाल या सफेद धागे में पिरोया जाता है, जिसमें स्याहु माता की तस्वीर और चांदी के मोती लगे होते हैं। हर साल माला में दो चांदी के मोती जोड़े जाते हैं, जो संतान की वृद्धि और उनकी सुरक्षा का प्रतीक हैं। इसे पहनने से माना जाता है कि स्याहु माता प्रसन्न होती हैं और संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद देती हैं।
How to Worship Syahu Mata on Ahoi Ashtami
- निर्जला व्रत रखें और पूरे दिन बिना जल ग्रहण किए व्रत का पालन करें।
- पूजा स्थल पर अहोई माता की तस्वीर स्थापित करें और मिट्टी के घड़े में पानी भरकर रखें।
- स्याहु माला को माता की तस्वीर पर चढ़ाएं और फिर उसे अपने गले में पहनें।
- पूजा के दौरान संतान को पास बिठाना शुभ माना जाता है।
- दिनभर व्रत के बाद शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें।
स्याहु माला कब तक पहनें?
इस माला को दिवाली तक पहना जाता है और फिर इसे संभालकर रख दिया जाता है। पूजा के दौरान रखा गया मिट्टी के घड़े का पानी दिवाली के दिन संतान को नहलाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह माना जाता है कि यह स्याहु माता का आशीर्वाद होता है, जिससे संतान को लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है
निष्कर्ष:
Ahoi Ashtami का व्रत और स्याहु माला का धार्मिक महत्व माताओं के लिए बेहद खास है। इस दिन की पूजा और व्रत से संतान की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 🌸
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