सनातन धर्म में ज्ञान की देवी मां सरस्वती के लिए बसंत पंचमी vasant panchami का दिन बेहद खास माना जाता है। इसे श्री पंचमी और सरस्वती पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल बसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी को मनाया जाएगा। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
बसंत पंचमी पूजा सामग्री
- लौंग
- सुपारी
- हल्दी, कुमकुम
- तुलसी दल
- जल के लिए एक लोटा या कलश
- रोली, सिंदूर
- लकड़ी की चौकी
- आम के पत्ते
- सफेद तिल के लड्डू
- सफेद धान के अक्षत
- घी का दीपक
- अगरबत्ती और बाती
- एक पान, सुपारी
- मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर
- पीले वस्त्र
- पीले रंग के फूल और माला
- पके हुए केले की फली का पिष्टक
- मौसमी फल, गुड़, नारियल
- भोग के लिए मीठे पीले चावल, मिष्ठान मालपुआ, बूंदी के लड्डू, केसर का हलवा
बसंत पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त
दैनिक पंचांग के मुताबिक, माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का आरंभ 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से होगा और इसके अगले दिन यानी 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर तिथि का समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार, इस बार बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जाएगी। आप बसंत पंचमी के दिन सुबह 7 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक के बीच में मां सरस्वती की पूजा कर सकते हैं।