
कामिका एकादशी 2025 कब है? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पारण समय और व्रत का महत्व
परिचय:
हिंदू धर्म में व्रत का अत्यंत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और आत्मशुद्धि, मोक्ष प्राप्ति, तथा पापों के नाश का माध्यम माना जाता है। सावन मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली विशेष रूप से पुण्यदायी मानी गई है।
📅 कामिका एकादशी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त:
- एकादशी तिथि प्रारंभ: 20 जुलाई 2025, दोपहर 12:12 बजे
- एकादशी तिथि समाप्त: 21 जुलाई 2025, सुबह 9:38 बजे
- व्रत की तिथि: 21 जुलाई 2025, सोमवार (उदया तिथि अनुसार)
- पारण तिथि: 22 जुलाई 2025, मंगलवार
- पारण का शुभ समय: सुबह 5:37 बजे से 7:05 बजे तक
📝 नोट: व्रत का पारण द्वादशी तिथि में हरि वासर समाप्त होने के बाद करना अनिवार्य है।
🌟 कामिका एकादशी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व:
- पापों का नाश: इस व्रत को रखने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं।
- मोक्ष की प्राप्ति: भक्त वैकुण्ठ धाम की ओर अग्रसर होता है।
- पितृ दोष से मुक्ति: भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पण करने से पितृ दोष खत्म होता है।
- तीर्थ स्नान का पुण्य: इस दिन किया गया स्नान गंगा-यमुना जैसे तीर्थों के बराबर फल देता है।
- अश्वमेध यज्ञ तुल्य फल: शास्त्रों के अनुसार, यह व्रत अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्यदायी है।
🕉️ कामिका एकादशी व्रत और पूजा विधि:
🔹 प्रातःकाल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
🔹 भगवान विष्णु या लड्डू गोपाल की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं।
🔹 घी का दीपक जलाएं और तुलसी दल अर्पित करें।
🔹 “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या “ॐ नमो नारायणाय” मंत्र का जाप करें।
🔹 विष्णु सहस्रनाम और व्रत कथा का पाठ करें।
🔹 फल, मेवा और सात्विक भोग अर्पित करें।
🔹 शाम को भजन-कीर्तन और आरती करें।
🔹 पूर्ण उपवास रखें या फलाहार लें।
🍚 कामिका एकादशी व्रत पारण विधि (22 जुलाई 2025):
✅ प्रातः काल स्नान करें
✅ भगवान विष्णु की पूजा करें
✅ सात्विक भोग अर्पित करें
✅ ब्राह्मण को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा दान दें
✅ स्वयं सात्विक भोजन (जैसे खिचड़ी, फल, दूध आदि) ग्रहण करें
🚫 हरि वासर (द्वादशी का प्रथम चौथाई भाग) के दौरान पारण वर्जित है।
📖 कामिका एकादशी व्रत कथा (संक्षिप्त):
पद्म पुराण में वर्णित कथा के अनुसार, एक क्रोधी व्यक्ति ने गलती से एक ब्राह्मण की हत्या कर दी। पश्चाताप के बाद, एक ऋषि ने उसे कामिका व्रत करने की सलाह दी। उसने श्रद्धा से व्रत रखा और भगवान विष्णु की कृपा से अपने पापों से मुक्त हो गया।
👉 यह कथा हमें सिखाती है कि सच्चे मन से किया गया व्रत हर पाप का नाश कर सकता है।
✅ कामिका एकादशी पर करें ये कार्य:
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें
- तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें
- गरीबों को अन्न, वस्त्र, धन का दान करें
- रातभर जागरण व कीर्तन करें
❌ कामिका एकादशी पर न करें ये कार्य:
- अनाज, दाल और तामसिक भोजन न करें
- झूठ, क्रोध और बुराई से बचें
- हरि वासर के दौरान व्रत का पारण न करें
✨ निष्कर्ष:
कामिका 2025 का व्रत 21 जुलाई को रखा जाएगा और पारण 22 जुलाई की सुबह किया जाएगा। यह व्रत पापों से मुक्ति, मोक्ष की प्राप्ति और जीवन में सुख-समृद्धि लाने का सशक्त साधन है। इस पर भगवान विष्णु की भक्ति में लीन होकर व्रत व पूजा करें और अपना जीवन आध्यात्मिक ऊँचाइयों की ओर अग्रसर करें।
🕉️ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
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