शिव भक्त शैलजा ने बताया कि उनकी बचपन से ही भगवान शिव पर गहरी आस्था रही है। उनकी शादी के काफी साल तक उनके घर औलाद पैदा नहीं हो रही थी और डॉक्टरों ने भी उन्हें बच्चा न होने की बात कही थी। उसके बाद 4 साल पहले भूतनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आई थी
तो वहां के पुजारी ने उन्हें आर्शिवाद देते हुए कहा कि अगली बार तू अपने बच्चे के साथ ही मंदिर में आओगी। 4 साल पहले उनका घर नन्हे बच्चे की किलकारी से गूंजा और वे अपने बच्चे के साथ लगातार मंदिर में शिवरात्री के अवसार पर दर्शन करने आई है। कुल्लू जिला में महा शिवरात्री के अवसर पर भगवान शिव के मंदिरों में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। सोमवार को कुल्लू के बिजली महादेव मंदिर, भूतनाथ मंदिर, शिव मंदिर बजौरा, पिरड़ू थान मंदिर व ढालपूर स्थ्ति देवता वीरनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सोमवार सुबह 4 बजे से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के लिए कतार में लगना शुरू हुए। स्थानीय निवासी अमित सूद ने बताया कि भूतनाथ मंदिर प्राचीन मंदिर है और ऐसी मान्यता है कि यहां पर पूजा अर्चना करने सभी की भक्तो कीं मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर में लोग हर दिन पूजा-अर्चना करते हैं और इसमें भगवान भोले नाथ के दर्शन होते हैं। यहां पर पूजा अर्चना करने से मनचाहा फल मिलता है।
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राज मशान घाट का नाम कई वर्ष पहले पद्मावती मशान घाट नाम था
वही स्थानीय लोगों की माने तो भूतनाथ मन्दिर के पास पहले कोई सड़क नही था और पूरे इलाक़े में चारो तरफ पानी ही पानी हुआ करता था और एक व्यक्ति प्रल्हाद नामक व्यक्ति रहता था जो जिसको सम्पति बहुत था और एक दिन उसकी बेटी पदमावति की पानी मे डूबने से मौत हो गई जिसके बाद उसको इसी घाट अंतिम संस्कार किया गया और कुछ दिन के बाद पद्मावती ने अपने पिता को स्वपन दिया और कहा कि आपके पास बहुत धन सम्पति है क्या करेंगे और इस इलाके मे पानी रहता है जिससे लोगो को परेशानी होती है आप यहाँ पर एक घाट का
निर्माण कर दीजिए । जिसके बाद पिता प्रल्हाद ने यहां पर पद्मावती श्मशान घाट का निर्माण कराया था। कई वर्षों पहले भूतनाथ मन्दिर की रहस्यमय कहानी है कि यहां राज मशान घाट नाम पड़ने के बाद यहां पर रात में करीब 12 बजे रात में एक रहसम्य तरीके का आवाज घुंगरू ओर पायल की आवाज सुनाई पड़ती थी जो पूर्वजो का कहना है कि या रात में भूत प्रेत आकर अपना आवाज लोगो को सुनाते थे लेकिन किसी भी भक्त को परेशान नही किया करता था और लोगों ने बताया कि बाबा भूतनाथ मन्दिर में जो भी भक्त अपनी मन्नते लेकर आते है उनकी मनोकामना पूर्ण होती है
भूतनाथ मंदिर में अपनी मन्नते लेकर आते है कई इलाके भक्त
भागलपुर साहेबगंज स्थित टीलाकोठी स्थित भूतनाथ मन्दिर में रोजाना पूजा पाठ के लिए भी श्रद्धालुओं की आनाजाना लगा रहता है खास कर सावन माह के सोमवारी और शिवरात्री में मन्दिर में दूरदराज से भक्त आते है और अपनी मन्नते बाबा भूतनाथ के समक्ष रखते औऱ उनकी मनोकामना पूर्ण होती है । वहीं मंदिर के बारे में स्थानीय राहुल पचेरीवाला का कहना है कि बाबा भूतनाथ की महिमा निराली है। उनके यहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटता है।भागलपुर जिले के साहेबगंज-चंपानगर रोड स्थित अति प्राचीन श्मशान घाट के किनारे इस शिवमंदिर का प्राचीन इतिहास 700 वर्ष पुराना है।इस मंदिर में मनोवांछित फल की कामना के लिए दूर दराज से श्रद्धालु बाबा के शरण में आते हैं।