प्रेमेन्दुसागरस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में लिखा गया है। यह स्तोत्र 100 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों और गुणों की वर्णन है। प्रथम श्लोक: कलहान्तरितावृत्ता काचिद् वल्लवसुन्दरी विरहोततापखिन्नाङ्गी…
बालबोध एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है “बालकों को समझाना”। यह एक ऐसी विधि है जो बच्चों को पढ़ाने और समझाने के लिए डिज़ाइन की गई है जो उनकी उम्र और विकास के स्तर के अनुकूल हो। बालबोध विधि…
श्री विद्याेश्वर स्तोत्रम एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव को ज्ञान और ज्ञान के देवता के रूप में दर्शाता है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान शिव के ज्ञान के रूप…
मोक्षप्रदश्रीपुण्डरीकाक्षस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु की प्रशंसा में लिखा गया है। यह स्तोत्र 100 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों और गुणों की वर्णन है। प्रथम श्लोक: नमस्ते पुण्डरीकाक्ष नमस्ते विष्णो…
श्री शिवगुरुस्तोत्रम एक स्तोत्र है जो भगवान शिव को गुरु के रूप में दर्शाता है। यह स्तोत्र भगवान शिव की महिमा और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले ज्ञान और मार्गदर्शन का वर्णन करता है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान शिव…
श्री शिवगुरुस्तोत्रम एक स्तोत्र है जो भगवान शिव को गुरु के रूप में दर्शाता है। यह स्तोत्र भगवान शिव की महिमा और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले ज्ञान और मार्गदर्शन का वर्णन करता है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान शिव…
श्री शिवनिराजन स्तोत्रम एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भगवान शिव की आराधना करता है। यह स्तोत्र शिव के तीन रूपों, निराजन, शिव और शंकर की महिमा का वर्णन करता है। स्तोत्र का प्रारंभ निराजन रूप की स्तुति से होता है।…
श्रीकृष्णकर्पूरस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में लिखा गया है। यह स्तोत्र चार श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों और गुणों की वर्णन है। पहले श्लोक में, भगवान कृष्ण को…
श्री शिवप्रातःस्मरणस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र तीन श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक अलग रूप या गुण का वर्णन है। श्लोक 1: प्रातः स्मरामि…
श्री शिवप्रातःस्मरणस्तोत्रम् 2 एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र दो श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक अलग रूप या गुण का वर्णन है। श्लोक 1: प्रातः…
श्रीशिवविभक्तिस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की भक्ति में लिखा गया है। यह स्तोत्र भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों की स्तुति करता है। स्तोत्र की रचना आठवीं शताब्दी के हिंदू दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु आदि शंकराचार्य…
यम्भयानिवारन स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह स्तोत्र यम्भया नामक एक राक्षसी को वश में करने के लिए कहा जाता है। यम्भया एक शक्तिशाली राक्षसी है जो भक्तों को परेशान करती…