इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में आने वाला प्रदोष व्रत कब है आइए जानते हैं. फाल्गुन माह के दूसरे प्रदोष व्रत की डेट, मुहूर्त और पूजा विधि प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है. ये तिथि भगवान शिव को समर्पित है. त्रयोदशी तिथि सप्ताह के जिस वार को होती है, प्रदोष व्रत उस नाम से जाना जाता है. जैसे सोमवार को आने वाला प्रदोष सोम प्रदोष कहलाता है. कहते हैं शिव को प्रसन्न करने के लिए सोम प्रदोष और शनि प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने वालों को हर दोष, रोग, दुख खत्म होते हैं और अच्छे दिनों की शुरुआत होने लग जाती है. इस साल फाल्गुन माह  के शुक्ल पक्ष में आने वाला प्रदोष व्रत कब है आइए जानते हैं. फाल्गुन माह के दूसरे प्रदोष व्रत की डेट, मुहूर्त और पूजा विधि

पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की शनि त्रयोदशी तिथि 04 मार्च 2023, शुक्रवार के दिन प्रात:काल 11 बजकर 43 से प्रारंभ होकर 05 फरवरी 2023 को दोपहर 02 बजकर 07 बजे समाप्त होगी. प्रदोष व्रत में शिव पूजा शाम के समय की जाती है, इसलिए शनि प्रदोष व्रत 4 मार्च को मान्य होगा

फाल्गुन प्रदोष व्रत

फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाला प्रदोष व्रत 4 मार्च 2023, शनिवार को है. ये शनि प्रदोष व्रत होगा. फाल्गुन का ये दूसरा शनि प्रदोष व्रत है. इससे पहले महाशिवरात्रि के दिन शनि प्रदोष व्रत का संयोग बना था. शनि प्रदोष व्रत के प्रभाव से साधक को शिव और शनि देव दोनों का आशीर्वाद मिलता है. पुत्र प्राप्ति के लिए कामना के लिए शनि प्रदोष व्रत शुभ फलदायी माना गया है

शनि प्रदोष व्रत 2023 मुहूर्त

पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की शनि त्रयोदशी तिथि 04 मार्च 2023, शुक्रवार के दिन प्रात:काल 11 बजकर 43 से प्रारंभ होकर 05 फरवरी 2023 को दोपहर 02 बजकर 07 बजे समाप्त होगी. प्रदोष व्रत में शिव पूजा शाम के समय की जाती है, इसलिए शनि प्रदोष व्रत 4 मार्च को मान्य होगा

शनि प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त –  शाम 06 बजकर 23 मिनट – रात 08 बजकर 50 (4 मार्च 2023)

शनि प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त –  शाम 06 बजकर 23 मिनट – रात 08 बजकर 50 (4 मार्च 2023)

  • आर्थिक तंगी – मान्यता है कि प्रदोष काल में शिव जी साक्षात् शिवलिंग में वास करते हैं, इसीलिए प्रदोष व्रत में इस समय शिव का स्मरण करके उनका पूजन किया जाए तो हर मनोकामना पूरी होती है. शनि प्रदोष वाले दिन शाम को 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग का जलाभिषेक करें. कहते हैं इस उपाय से आर्थिक तंगी दूर होती है.
  • व्यापार और नौकरी में तरक्की – कुंडली में शनि दोष की वजह से व्यापार और नौकरी में समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो शनि प्रदोष व्रत वाले दिन एक मुठ्‌ठी काली उड़द के दाने उलटे हाथ से अपने ऊपर से 7 बार घुमाएं और फिर इन्हें काले कौवे को खिला दें. कहते हैं ये उपाय तरक्की के रास्ते खोल देता है.
  • संतान संबंधी उपाय – शनि प्रदोष व्रत के दिन पीपल और बेल पत्र के पेड़ को सीचे. मान्यता है कि इस दिन बेल के पेड़ के घी का दीपक लगाकर शिव चालीसा का पाठ करने से शिव हर पीड़ा से आपकी रक्षा करते हैं. संतान पर कभी संकट नहीं आता.

यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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