काला अष्टमी कब है? | 2023 में कालाष्टमी व्रत तिथियाँ | Masik Kalashtami Vrat 2023

दिसंबर में कालाष्टमी व्रत

मंगलवार, 05 दिसंबर 2023
मार्गशीर्ष, कृष्ण अष्टमी
04 दिसंबर 2023 रात 10:00 बजे – 06 दिसंबर 2023 पूर्वाह्न 12:37 बजे

Kalashtami 2023 Date:  सनातन धर्म में कालाष्टमी (kalashtami ) का बेहद ही महत्व होता है. हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन इसे मनाया जाता है. कालाष्टमी व्रत हर माह किया जाता है. कालभैरव के उपासक इस दिन भगवान काल भैरव का पूजन करते है. मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित कालभैरव मंदिर में विशेष अनुष्ठान किया जाता है. उपासक इन दिन उपवास रखते हैं. बिहार में इसे कालाष्टमी को कालभैरव जयन्ती के नाम से जाना जाता है, उत्तरी भारतीय पूर्णिमान्त पञ्चाङ्ग के अनुसार मार्गशीर्ष के महीने में पड़ती है जबकि दक्षिणी भारतीय अमान्त पञ्चाङ्ग के अनुसार कार्तिक माह में पड़ती है.

कालाष्टमी पूजा विधि (Kalashtami Puja Vidhi)
भगवान काल भैरव को मानने वाले लोगों को इस दिन अलसुबह उठकर स्न्नान करना चाहिए. जिसके बाद भैरव चालीसा का पाठ करना चाहिए. इस पावन दिन पर कुत्ते को भोजन कराने से घर में सुख समृद्धि आती है. इतना ही नहीं श्वान को भोजन कराने से भैरव बाबा सदा प्रसन्न होते हैं. कुत्ते को भोजन कराने से विशेष फल की प्राप्ति भक्तों को होती हैं.

Kalashtami 2023 december कालाष्टमी व्रत का महत्व
काल भैरव को भगवान शिव का एक रौद्र रूप माना जाता है. बाबा भैरव का पूजन करने से समस्त पापों और रोगों से छुटकारा मिलता है. सनातन शास्त्रों के अनुसार कालाष्टमी के दिन श्रद्धापूर्वक वर्त रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा ताउम्र बनी रहती है.इस दिन व्रत रखने से कुंडली में मौजूद राहु के दोषों से भी छुटकारा मिलता है.

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