श्रीरघुनाथाशतकम् एक हिंदू भक्ति गीत है, जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह गीत संत तुलसीदास द्वारा लिखा गया है, जो भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे। श्रीरघुनाथाशतकम् हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय भजन है, और इसे अक्सर…
श्रीरघुनाथाशतकम् एक हिंदू भक्ति गीत है, जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह गीत संत तुलसीदास द्वारा लिखा गया है, जो भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे। श्रीरघुनाथाशतकम् हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय भजन है, और इसे अक्सर…
श्रीरघुनाथाशतकम् एक हिंदू भक्ति गीत है, जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह गीत संत तुलसीदास द्वारा लिखा गया है, जो भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे। श्रीरघुनाथाशतकम् हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय भजन है, और इसे अक्सर…
श्रीरघुनाथमंगलस्तोत्रम् एक हिंदू भक्ति गीत है, जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह गीत संत तुलसीदास द्वारा लिखा गया है, जो भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे। श्रीरघुनाथमंगलस्तोत्रम् हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय भजन है, और इसे अक्सर…
श्रीमद् रामायणम् श्रीमद् रामायणम् एक हिंदू महाकाव्य है, जो भगवान राम के जीवन और कार्यों का वर्णन करता है। यह महाकाव्य वाल्मीकि द्वारा लिखा गया था, जो एक प्राचीन संस्कृत कवि थे। श्रीमद् रामायणम् हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ…
श्रीमद् आनंद रामायणम् श्रीमद् आनंद रामायणम् एक हिंदू ग्रन्थ है, जो भगवान राम के जीवन और कार्यों का वर्णन करता है। यह ग्रन्थ वाल्मीकि कृत रामायण का एक परिवर्धन है, और इसमें राम के जीवन के कुछ ऐसे प्रसंगों का…
श्रीमंगलस्लोक रामायणम् श्री मंगलास्लोकम् दोहा श्री रामचंद्र कृपालु भजमन, हरण भाव भय दारुणम्। नव कंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कंजारुणम्।। अर्थ हे राम! आप कृपालु हैं, इसलिए मैं आपको भजता हूँ। आप मेरे सभी भय और दुखों को दूर…
श्रीतरावली दोहा श्री रघुनाथजी के चरण कमल, हरण सब दुःखों के। भक्त जनन के हितकारी, कृपा दृष्टि करन के।। चौपाई श्री रघुनाथजी के चरण कमल, सदा मन में धारण करो। सब पापों से मुक्ति मिलेगी, और सुखों की खान बनोगे।।…
श्री अवधमहिमा दोहा अयोध्यापुरी निज धाम, रामराज की ज्योति। सकल सुखों की खान, भक्तों की गति।। चौपाई अयोध्यापुरी है वह धाम, जहाँ श्री रामराज विराजते हैं। यह धाम सभी सुखों की खान है, और भक्तों के लिए यह गति है।…
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन, हरण भाव भय दारुणम्। नव कंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कंजारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुंदरम्। पट्पीत मानहु तडित् रूचि, शुचि नौमी जनक सुतावरम्।। भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।…
श्रीरामसुप्रभातम एक संस्कृत काव्य है जो भगवान राम की प्रातःकालीन स्तुति का वर्णन करता है। यह काव्य 17वीं शताब्दी के संत और कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है। काव्य में, तुलसीदास भगवान राम के गुणों का वर्णन करते हैं और…
श्री राम शतपदी एक संस्कृत काव्य है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह काव्य 17वीं शताब्दी के संत और कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है। काव्य में, तुलसीदास भगवान राम के गुणों का वर्णन करते हैं…