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KARMASU

श्रीराधास्तवनं गणेशकृतम् Shriradhastavanam ganeshkritam

श्रीराधास्सवानम गणेशकृतम् एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के रूप, गुणों, और प्रेम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तुति 17वीं शताब्दी के संत और कवि, गणेश भट्ट गोस्वामी द्वारा रचित की गई थी। श्रीराधास्सवानम की शुरुआत…

श्रीराधास्तोत्रं ब्रह्मदेवकृतम् Shriradha Stotram Brahmadevkritam

श्रीराधास्रोत्रम ब्रह्मदेवकृतम् एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के रूप, गुणों, और प्रेम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के संत और कवि, ब्रह्मदेव द्वारा रचित किया गया था। श्रीराधास्रोत्रम की शुरुआत राधा के…

श्रीराधिकायाः प्रेमपूराभिधस्तोत्रम् Sriradhikayah Prempurabhidhastotram

श्रीराधाये प्रेमपूर्णाभिदस्तोत्रम् एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के प्रेम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के संत और कवि, नंददास द्वारा रचित किया गया था। श्रीराधाये प्रेमपूर्णाभिदस्तोत्रम् की शुरुआत राधा के प्रेम की…

श्रीराधिकाष्टकम् Sriradhikashtakam

श्री संवेदे श्री राधाश्रुति एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के प्रेम और उनके द्वारा प्रकट की गई आध्यात्मिक शक्तियों का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि, हरिदास भट्ट गोस्वामी द्वारा रचित किया…

श्रीराधिकाष्टकम् Sriradhikashtakam

श्री संवेदे श्री राधाश्रुति एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के प्रेम और उनके द्वारा प्रकट की गई आध्यात्मिक शक्तियों का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि, हरिदास भट्ट गोस्वामी द्वारा रचित किया…

श्रीसामवेदे श्रीराधिकाश्रुतिः Shri Samvede Shri Radhikashruthi

श्री संवेदे श्री राधाश्रुति एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के प्रेम और उनके द्वारा प्रकट की गई आध्यात्मिक शक्तियों का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि, हरिदास भट्ट गोस्वामी द्वारा रचित किया…

श्रीस्वप्नविलासामृताष्टकम् Sriswapnavilasaamritashtakam

श्रीस्वप्नविलासामृताष्टकम् एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो राधा के प्रेम और उनके सपने में कृष्ण को देखने के अनुभव का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि, विश्वनाथ चक्रवर्ती द्वारा रचित किया गया था। श्रीस्वप्नविलासामृताष्टकम्…

श्रीस्वामिनीप्रार्थनाषट्पदी SriswaminiPrarthanashatpadi

श्रीस्वामीप्रार्थनाशतपदी एक संस्कृत श्लोकों का संग्रह है जो भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति करता है। यह श्लोक 100 हैं, और प्रत्येक श्लोक में 10 श्लोक हैं। श्लोकों को 17वीं शताब्दी के संत और कवि, श्रीकृष्ण भट्ट गोस्वामी द्वारा रचित किया गया…