Pausha Chandra Darshan:पौष चन्द्र दर्शन 2025: जानें शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व

 Pausha Chandra Darshan:पौष चन्द्र दर्शन 2025: जानें शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व

Pausha Chandra Darshan:चंद्र दर्शन अमावस्या के उपरांत चंद्र देव के पुनः आगमन एवं उनके दर्शन की परंपरा है। हिंदू धर्म में सूर्य दर्शन की ही तरह चंद्र दर्शन का भी अत्यधिक धार्मिक महत्व है। इस दिन श्रद्धालु चंद्र देव की…

 Pausha Amavasya:पौष अमावस्या 2024: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्त्व

Pausha Amavasya:पौष अमावस्या 2024: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्त्व

Pausha Amavasya:दृक पंचांंग के अनुसार, 30 दिसंबर 2024, सोमवार को कृष्ण पक्ष की पौष अमावस्या मनाई जाएगी। इस दिन शुभ मुहूर्त में स्नान-दान के कार्य महत्वपूर्ण माने जाते हैं। Paush Amavasya :सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है।…

 Akhuratha Sankashti Chaturthi:अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2024: महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Akhuratha Sankashti Chaturthi:अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2024: महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Akhuratha Sankashti Chaturth:गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार हर महीने दो चतुर्थी आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। हर महीने…

 International Gita Mahotsav:अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव

International Gita Mahotsav:अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव

Gita Mahotsav:अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हिंदुओं के पवित्र ग्रन्थ श्रीमद्भगवद गीता के प्रादुर्भाव का उत्साहित उत्सव स्वरुप है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हरियाणा सरकार द्वारा कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर मनाया जाता है। कुरुक्षेत्र वह भूमि है जहाँ भगवान कृष्ण ने अर्जुन को…

 Annapurna Jayanti:अन्नपूर्णा जयंती 2024: पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्त्व

Annapurna Jayanti:अन्नपूर्णा जयंती 2024: पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्त्व

Annapurna Jayanti:धार्मिक मत है कि अन्नपूर्णा जयंती (Annapurna Jayanti 2024 Date) पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। किचन को गंदा नहीं रखना चाहिए। साथ ही अन्न का सम्मान करें। अन्न की बर्बादी करने से मां अन्नपूर्णा अप्रसन्न हो जाती…

Maghsheersh Purnima:मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2024: पुण्य और भक्ति का विशेष पर्व

Maghsheersh Purnima:पूर्णिमा प्रत्येक माह की शुक्ला पक्ष मे आने वाला मासिक उत्सव है, अतः पूर्णिमा वर्ष मे 12 बार, तथा अधिक मास की स्थिति मे 13 बार भी हो सकती है। पूने, पूरणमासी, पूनम ऐसे ही पूर्णिमा को विभिन्न लोक भाषाओं मे अन्य-अन्य नाम से…

Tripur Bhairavi Jayanti:त्रिपुर भैरवी जयंती 2024: शक्ति और तंत्र की देवी की पूजा का पावन अवसर

Tripur Bhairavi Jayanti:सनातन धर्म में त्रिपुर भैरवी जयंती को बहुत ही शुभ माना जाता है। यह मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन दस महाविद्याओं में से पांचवें उग्र रूप माता भैरवी की पूजा करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं…

Dhanu Sankranti:धनु संक्रांति 2024: सूर्य उपासना और धर्म-कर्म का पावन पर्व

Dhanu Sankranti:हिंदू पंचांग के अनुसार, संक्रांति (Sankranti) का अर्थ है सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। भारत के कुछ हिस्सों में, प्रत्येक संक्रांति को एक महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है। Dhanu Sankranti दूसरी ओर,…

Vivah Panchami:विवाह पंचमी के दिन करें ये 4 उपाय और पाएं सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद

Vivah Panchami:धार्मिक मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन प्रभु राम और माता सीता की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में चल रही तमाम तरह की समस्याएं भी दूर होती हैं. अगर भक्त विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और…

Datta Jayanti:दत्त जयन्ती भगवान दत्तात्रेय की उपासना का महापर्व

Datta Jayanti:भारत के राज्य महाराष्ट्र मे हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा को दत्त जयंती, देव दत्तात्रेय के अवतरण / जन्म दिवस के रूप मे बड़ी ही धूम-धाम से मनायी जाती है। भगवान दत्तात्रेय एक समधर्मी देवता है और…

Karthika Deepam:कार्तिक दीपम तिथि एवं प्रकाश पर्व की आध्यात्मिक महिमा

Karthika Deepam:कार्तिक दीपम या कार्तिगई दीपम या दीपम उत्सव दक्षिण भारत में मुख्य रूप से तमिल और तेलुगु समुदाय के बीच अत्यधिक उत्साह के साथ मनाए जाने वाला एक हिंदू त्यौहार है। कार्तिक दीपम तमिल के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों जैसे केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। यह…

Shukra Pradosh Vrat:शुक्र प्रदोष व्रत कब है दिसंबर महीने का पहला प्रदोष व्रत? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

Shukra Pradosh Vrat:माह की त्रयोदशी तिथि का प्रदोष काल मे होना, प्रदोष व्रत होने का सही कारण है। प्रदोष काल सूर्यास्त से 45 मिनट पहिले प्रारम्भ होकर सूर्यास्त के बाद 45 मिनट होता है।प्रदोष का दिन जब साप्ताहिक दिवस सोमवार को होता…