इस शुभ संयोग में शुरू होगा सावन का महीना, जानें कितने होंगे सोमवार व्रत

ऐसी मान्यताएं हैं कि श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस साल श्रावण मास जुलाई से 12 अगस्त तक रहने वाला है हिंदुओं की धार्मिक आस्था का महीना सावन धीरे-धीरे नजदीक…

एक ऐसा भगवान सूर्य का अद्भुत स्तोत्र-जिसके जपने से हो जाता है सभी रोगों का नाश

भगवान सूर्य का अवतरण संसार के कल्याण के लिए हुआ है इसलिए पंचदेवोपासना में उनका विशिष्ट स्थान है। शास्त्र कहते हैं कि ‘आरोग्यं भास्करादिच्छेत्’ अर्थात् आरोग्य की कामना भगवान सूर्य से करनी चाहिए। सूर्य की उपासना से मनुष्य का तेज,…

Dussehra 2021: कब है दशहरा? जानें तिथि, महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त

विजय दशमी पूजा मुहूर्त  विजय मुहूर्त: 15 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 38 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तकरहेगा। इस बीच आप कोई भी कार्य करके अपनी जीत सुनिश्चित कर सकते हैं। अश्विन मास शुक्ल पक्ष दशमी तिथि शुरू…

अच्युताष्टकं २

अथ अच्युताष्टकम् ॥ अभिलपननिसर्गादच्युताख्ये भजे त्वां हरसि मदघबृन्दं त्वद्भुबुक्षावशात् त्वम् । अघहृदिति तवांब प्रत्युत ख्यातिदोऽहं त्वयि मम वद का वा संगतिर्दैन्यवाचाम् ॥ १॥ चिरातीता सान्दीपनितनुभुवः कालभवन- प्रपत्तिस्तं पित्रोः पुनरगमयत् सन्निधिमिति । यशः कृष्णस्येदं कथमहह न त्वां रसनया यदि श्रीकृष्णाख्ये भजति…

अच्युताष्टकम् १

अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम् । श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं जानकीनायकं रामचन्द्रं भजे ॥ १॥ अच्युतं केशवं सत्यभामाधवं माधवं श्रीधरं राधिकाराधितम् । इन्दिरामन्दिरं चेतसा सुन्दरं देवकीनन्दनं नन्दनं सन्दधे ॥ २॥ विष्णवे जिष्णवे शङ्खिने चक्रिणे रुक्मिणिऱागिणे जानकीजानये । वल्लवीवल्लभायाऽर्चितायात्मने कंसविध्वंसिने वंशिने…

अध्यात्मरामायणे बालकाण्डम्

॥ प्रथमः सर्गः॥ ॥ राम हृदयम्॥ यः पृथिवीभरवारणाय दिविजैः सम्प्रार्थितश्चिन्मयः सञ्जातः पृथिवीतले रविकुले मायामनुष्योऽव्ययः । निश्चक्रं हतराक्षसः पुनरगाद् ब्रह्मत्वमाद्यं स्थिरां कीर्तिं पापहरां विधाय जगतां तं जानकीशं भजे ॥ १॥ विश्वोद्भवस्थितिलयादिषु हेतुमेकं मायाश्रयं विगतमायमचिन्त्यमूर्तिम् । आनन्दसान्द्रममलं निजबोधरूपं सीतापतिं विदिततत्त्वमहं नमामि ॥…

श्रीउच्छिष्टगणपतिसहस्रनामस्तोत्रम्

श्रीगणेशाय नमः । श्रीभैरव उवाच । श‍ृणु देवि रहस्यं मे यत्पुरा सूचितं मया । तव भक्त्या गणेशस्य वक्ष्ये नामसहस्रकम् ॥ १॥ श्रीदेव्युवाच । ॐ भगवन्गणनाथस्य उच्छिष्टस्य महात्मनः । श्रोतुं नाम सहस्रं मे हृदयं प्रोत्सुकायते ॥ २॥ श्रीभैरव उवाच । प्राङ्मुखे…

श्रीउच्छिष्टगणनाथस्य अष्टोत्तरशतनामावलिः

ॐ वन्दारुजनमन्दारपादपाय नमो नमः ॐ । १ ॐ चन्द्रार्धशेखरप्राणतनयाय नमो नमः ॐ । ॐ शैलराजसुतोत्सङ्गमण्डनाय नमो नमः ॐ । वन्दनाय ॐ वल्लीशवलयक्रीडाकुतुकाय नमो नमः ॐ । ॐ श्रीनीलवाणीललितारसिकाय नमो नमः ॐ । ॐ स्वानन्दभवनानन्दनिलयाय नमो नमः ॐ । ॐ चन्द्रमण्डलसन्दृष्यस्वरूपाय…

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