Bhairav Aarti:भैरव आरती के लाभ

Bhairav Aarti:भैरव जी को शिव जी का ही एक उग्र रूप माना जाता है। Bhairav Aarti वे रक्षकों के देवता हैं और उनके पास भयंकर शक्ति होती है। भैरव जी की आरती करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं।

Bhairav Aarti:भैरव आरती के प्रमुख लाभ:

  • रक्षा: भैरव जी भक्तों की रक्षा करते हैं। उनकी आरती करने से व्यक्ति को शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है।
  • भय का निवारण: भैरव जी को भय का नाश करने वाले माना जाता है। उनकी पूजा करने से अज्ञात भय दूर होता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा का नाश: भैरव जी नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करते हैं। उनकी आरती करने से घर में सकारात्मक वातावरण बनता है।
  • शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: भैरव जी की कृपा से व्यक्ति शारीरिक और Bhairav Aarti मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है।
  • आत्मविश्वास में वृद्धि: भैरव जी आत्मविश्वास बढ़ाने वाले देवता हैं। उनकी पूजा करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • ग्रह दोष निवारण: कुछ मान्यताओं के अनुसार, भैरव जी की पूजा करने से राहु, केतु और शनि जैसे ग्रहों के दुष्प्रभाव कम होते हैं।

Bhairav Aarti:भैरव आरती का महत्व

  • शक्ति का प्रतीक: भैरव जी शक्ति और साहस का प्रतीक हैं। उनकी पूजा करने से व्यक्ति में शक्ति और साहस बढ़ता है।
  • रक्षकों के देवता: भैरव जी को रक्षकों के देवता माना जाता है। उनकी पूजा करने से व्यक्ति को सुरक्षा का अनुभव होता है।
  • नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति: भैरव जी नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने में सक्षम हैं। उनकी पूजा करने से व्यक्ति नकारात्मक शक्तियों से मुक्त होता है।

कब करें आरती

  • अष्टमी: मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है।
  • शाम का समय: भैरव जी की पूजा शाम के समय करना अधिक शुभ माना जाता है।

कैसे करें आरती

  • दीपक जलाएं: आरती करते समय घी का दीपक जलाएं।
  • धूपबत्ती जलाएं: शुद्धता के लिए धूपबत्ती जलाएं।
  • फूल चढ़ाएं: भैरव जी को लाल रंग के फूल चढ़ाएं।
  • आरती उतारें: आरती की थाली लेकर भैरव जी के चित्र या मूर्ति के सामने घुमाएं और आरती गाएं।

निष्कर्ष

भैरव जी की आरती करने से व्यक्ति को कई लाभ प्राप्त होते हैं। उनकी कृपा से व्यक्ति को शक्ति, साहस, सुरक्षा और सुख-शांति मिलती है।

Bhairav Aarti

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