Srimahakalstotram श्रीमहाकालस्तोत्रम् एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो भगवान शिव के महाकाल रूप की स्तुति करती है। यह स्तोत्र 14वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहादेव के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान शिव के महाकाल रूप की महिमा…
Srimahadevagadyam 1 श्रीमहादेवगद्यम् 1 एक संस्कृत गद्य पाठ है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह गद्य 14वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहादेव के नाम पर है। गद्य भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। वे भगवान को शक्ति,…
Srimahadevagadyam 2 श्रीमहादेवगद्यम् 2 एक संस्कृत गद्य पाठ है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह गद्य 14वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहादेव के नाम पर है। गद्य भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। वे भगवान को शक्ति,…
Srimahadevashtakam श्रीमहादेवाष्टकम् एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो भगवान शिव की स्तुति करती है। यह शतक 14वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहादेव के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। वे भगवान…
श्रीमहाबलेशष्टकम् एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो भगवान हनुमान की स्तुति करती है। यह शतक 12वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहाबल के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान हनुमान की महिमा का वर्णन करती है। वे भगवान को…
श्रीमंगिरिसाशतकम् एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो श्रीमंगिरि मंदिर के देवता, भगवान गणेश की स्तुति करती है। यह शतक 13वीं शताब्दी के कवि, श्रीमंगिरि तीर्थ के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान गणेश की महिमा का वर्णन…
श्रीमृगशयलिंगस्तुति एक स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, मृगशयलिंग की स्तुति करता है। मृगशयलिंग भगवान शिव का एक लिंग रूप है, जो एक हिरण के सींगों पर स्थित है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान मृगशयलिंग की स्तुति से होता…
श्रीमृकण्डेश्वरेशस्तव एक स्तुति है जो भगवान शिव के एक रूप, मृकण्डेश्वर की स्तुति करती है। मृकण्डेश्वर भगवान शिव का एक लिंग रूप है, जो काशी में स्थित है। स्तुति का प्रारंभ भगवान मृकण्डेश्वर की स्तुति से होता है। भक्त भगवान…
श्रीमृगशयलिंगस्तुति एक स्तुति है जो भगवान शिव के एक रूप, मृगशयलिंग की स्तुति करती है। मृगशयलिंग भगवान शिव का एक लिंग रूप है, जो एक हिरण के सींगों पर स्थित है। स्तुति का प्रारंभ भगवान मृगशयलिंग की स्तुति से होता…
श्रीमृर्तंड़भैरवस्तोत्रम् एक स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, मृर्तंड़भैरव की स्तुति करता है। मृर्तंड़भैरव भगवान शिव के एक उग्र रूप हैं, जो मृत्यु और विनाश के देवता हैं। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान मृर्तंड़भैरव की स्तुति से होता है।…
श्रीमृत्युंजय गायत्री एक मंत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, मृत्युंजय की स्तुति करता है। यह मंत्र गायत्री मंत्र का एक रूप है, जो हिंदू धर्म में सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक माना जाता है। मृत्युंजय का अर्थ…
श्रीरुद्रकोटिश्वराष्टकम एक स्तोत्र है जो भगवान शिव के कोटिश्वर रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में, भक्त भगवान शिव को एक अलग रूप में स्तुति करते हैं। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान शिव…