गौरीअष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो देवी पार्वती के 108 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के कवि और संत, श्रीपदाचार्य द्वारा लिखा गया था। गौरीअष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् के 108 नामों का अर्थ है: अम्बा: माता भवानी: ब्रह्मांड की रचना और…
अर्धनारिश्वरस्तोत्रम् ३ एक संस्कृत भजन है जो भगवान शिव और देवी पार्वती के अर्धनारीश्वर रूप की स्तुति करता है। यह भजन 15वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि माधवाचार्य द्वारा लिखा गया था। अर्धनारिश्वरस्तोत्रम् ३ के दस श्लोक हैं, और…
गायत्री तत्व स्तोत्रम, गायत्री मंत्र के प्रत्येक अक्षर का वर्णन करने वाला एक संस्कृत स्तोत्र है। यह स्तोत्र गायत्री मंत्र के आध्यात्मिक अर्थ और महत्व को समझने में मदद करता है। गायत्री तत्व स्तोत्रम का पाठ इस प्रकार है: ॐ…
अन्नपूर्णास्तोत्रम् ३ एक संस्कृत भजन है जो देवी अन्नपूर्णा की स्तुति करता है। यह भजन 15वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि माधवाचार्य द्वारा लिखा गया था। अन्नपूर्णास्तोत्रम् ३ के दस श्लोक हैं, और प्रत्येक श्लोक में देवी अन्नपूर्णा के…
अन्नपूर्णास्तोत्रम् २ एक संस्कृत भजन है जो देवी अन्नपूर्णा की स्तुति करता है। यह भजन 16वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि वल्लभाचार्य द्वारा लिखा गया था। अन्नपूर्णास्तोत्रम् २ के आठ श्लोक हैं, और प्रत्येक श्लोक में देवी अन्नपूर्णा के…
अंधेरक्षितम पार्वती स्तोत्रम एक संस्कृत भजन है जो देवी पार्वती की स्तुति करता है। यह भजन 16वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि वल्लभाचार्य द्वारा लिखा गया था। अंधेरक्षितम पार्वती स्तोत्रम के दस श्लोक हैं, और प्रत्येक श्लोक में देवी…
आनंदचंद्रिकास्तोत्रम् एक संस्कृत भजन है जो वृंदावन की रानी श्री राधा की स्तुति करता है। यह भजन 16वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि रूप गोस्वामी द्वारा लिखा गया था। आनंदचंद्रिकास्तोत्रम् के दस श्लोक हैं, और प्रत्येक श्लोक में श्री…
श्रीराधाकृष्ण स्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो राधा और कृष्ण की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के वैष्णव कवि और दार्शनिक चैतन्य महाप्रभु द्वारा लिखा गया था। श्रीराधाकृष्ण स्तोत्रम में, चैतन्य महाप्रभु राधा और कृष्ण को…
नहीं, श्रीराधा स्तोत्रम गणेशकृत नहीं है। इसकी रचना 16वीं शताब्दी के वैष्णव कवि और दार्शनिक चैतन्य महाप्रभु द्वारा की गई थी। चैतन्य महाप्रभु ने इस स्तोत्र की रचना कृष्ण की प्रेमिका राधा की महिमा का वर्णन करने के लिए की…
हाँ, श्रीराधा स्तोत्रम ब्रह्मेशशेषाधिकृतम् है। इसकी रचना 16वीं शताब्दी के वैष्णव कवि और दार्शनिक चैतन्य महाप्रभु द्वारा की गई थी। चैतन्य महाप्रभु ने इस स्तोत्र की रचना कृष्ण की प्रेमिका राधा की महिमा का वर्णन करने के लिए की थी।…
श्रीराधाष्टकम् एक संस्कृत श्लोक है जो राधा, कृष्ण की प्रियतमा, के लिए समर्पित है। यह श्लोक 8 श्लोकों में लिखा गया है, और प्रत्येक श्लोक में राधा की एक अलग विशेषता या गुण का वर्णन किया गया है। श्रीराधाष्टकम् का…
श्रीराधाष्टकम एक संस्कृत श्लोक है जो राधा, कृष्ण की प्रियतमा, के लिए समर्पित है। यह श्लोक 8 श्लोकों में लिखा गया है, और प्रत्येक श्लोक में राधा की एक अलग विशेषता या गुण का वर्णन किया गया है। श्रीराधाष्टकम का…