श्रीरामष्टोत्तरशतनामास्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम के 108 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के कवि, श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है। श्रीरामष्टोत्तरशतनामास्तोत्रम् में, श्रीधर स्वामी भगवान राम के कई दिव्य गुणों और उपलब्धियों का वर्णन…
श्रीरामष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के कवि, श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है। श्रीरामष्टकम् में, श्रीधर स्वामी भगवान राम के कई दिव्य गुणों का वर्णन करते हैं। वे कहते हैं…
श्रीरामनुस्मृति एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है जो भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित है। यह गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है, जो हिंदू धर्म में सबसे सम्मानित कवियों और संतों में से एक हैं। श्रीरामनुस्मृति में, तुलसीदास भगवान राम…
श्रीकोदंडपाणिसुप्रभातम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के कवि, श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है। श्रीकोदंडपाणिसुप्रभातम् में, श्रीधर स्वामी भगवान शिव के कई दिव्य गुणों का वर्णन करते हैं। वे कहते हैं…
श्री रामचंद्रष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के कवि, श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है। श्री रामचंद्रष्टकम् में, श्रीधर स्वामी भगवान राम के कई दिव्य गुणों का वर्णन करते हैं। वे…
शिवरामष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव और भगवान राम की एकता और समानता की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 18वीं शताब्दी के कवि और संत, श्री रामकृष्ण परमहंस द्वारा रचित है। शिवरामष्टकम् में, श्री रामकृष्ण परमहंस भगवान शिव…
रामहृदयम, जिसे श्रीरामहृदयम भी कहा जाता है, एक छोटा सा भक्ति पाठ है जो भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण को व्यक्त करता है। यह पाठ गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है, जो हिंदू धर्म में सबसे सम्मानित कवियों और…
रामचरितमानस, जिसे तुलसी रामायण या तुलसीकृत रामायण के नाम से भी जाना जाता है, गोस्वामी तुलसीदास द्वारा 16वीं शताब्दी में रचित एक महाकाव्य है। यह अवधी भाषा में लिखा गया है, और यह हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में…
श्रीरंगपट्टणम शहर में चलने वाली ट्राम भारत की सबसे लंबी ट्राम है। यह 14.8 किलोमीटर लंबी है और इसे “श्रीरंगपट्टणम सिटी ट्राम” के नाम से जाना जाता है। यह ट्राम 2018 में शुरू हुई थी और यह शहर के मुख्य…
श्रीराम मंगलाष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 14वीं शताब्दी के संत और कवि तुलसीदास ने लिखा था। श्रीराम मंगलाष्टकम् के 8 श्लोक निम्नलिखित हैं: श्लोक 1: जय राम जय राम जय रामेति,…
श्रीराम मंगलाशासनं एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 14वीं शताब्दी के संत और कवि तुलसीदास ने लिखा था। श्रीराम मंगलाशासनं के 8 श्लोक निम्नलिखित हैं: श्लोक 1: जय जय रघुनाथ ! जय जय…
श्रीराम मंगलाशासनं एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 14वीं शताब्दी के संत और कवि तुलसीदास ने लिखा था। श्रीराम मंगलाशासनं के 8 श्लोक निम्नलिखित हैं: श्लोक 1: जय जय रघुनाथ ! जय जय…