Sugreev Bali Fight सुग्रीव-बाली का युद्ध रामायण के अनुसार, Sugreev सुग्रीव और बाली दो वानर राजा थे जो कि किष्किंधा के शासक थे। Sugreev Bali सुग्रीव बाली के छोटे भाई थे, लेकिन बाली ने अपने बल और पराक्रम के बल…
Ram Hanuman ka Milan राम हनुमत मिलन रामायण महाकाव्य का एक महत्वपूर्ण प्रसंग है जिसमें राम और हनुमान का मिलन होता है। यह मिलन राम की सीता की खोज में एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। Hanuman or Ram ka Milan…
सीता की खोज तथा राम जटायु संवाद सीता की खोज Sita सीता का हरण होते ही, राम और लक्ष्मण बहुत दुखी हुए। उन्होंने सीता को खोजने का संकल्प लिया। वे वन में सीता की खोज करने लगे। एक दिन, वे…
Sita haran सीता हरण रामायण महाकाव्य का एक महत्वपूर्ण प्रसंग है। इसमें रावण, लंका का राजा, सीता, राम की पत्नी का हरण करता है। रावण की योजना रावण, सीता की सुंदरता से मोहित हो गया था। वह उन्हें अपनी पत्नी…
Ramayan रामायण की एक महत्वपूर्ण घटना है खर-दूषण का वध। यह घटना राम, सीता और लक्ष्मण के वनवास के दौरान हुई थी। घटना का कारण रावण की बहन शूर्पणखा ने राम और लक्ष्मण को देखकर उनसे विवाह करने की इच्छा…
श्रीराम का वनवास श्रीराम का वनवास रामायण की एक महत्वपूर्ण घटना है। इस घटना के माध्यम से हमें कई संदेश मिलते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं: वनवास का कारण श्रीराम के वनवास का कारण था कैकेयी का क्रोध। कैकेयी…
श्रीराम और माता सीता का विवाह रामायण की एक महत्वपूर्ण घटना है। यह विवाह हिंदू धर्म में प्रेम और समर्पण के प्रतीक के रूप में माना जाता है। विवाह का प्रसंग राजा दशरथ के चार पुत्र थे। श्रीराम, भरत, लक्ष्मण…
श्री राम द्वारा ताड़का का वध | श्री राम द्वारा ताड़का का वध रामायण की एक महत्वपूर्ण घटना है। इस घटना के माध्यम से श्री राम के साहस, पराक्रम और धर्मपरायणता का परिचय मिलता है। श्रीराम तथा चारों भाइयों की शिक्षा पूर्ण…
रावण को अपने काल का सबसे श्रेष्ठ विद्वान और तपस्वी माना गया है। ये बात अलग है कि उसके बुरे कर्मों के कारण उसका पांडित्य भी उसकी रक्षा नहीं कर पाया। रावण के बारे में अनेक ग्रंथों में वर्णन मिलते…
रामायण में एक घटना का वर्णन आता है की श्री राम को न चाहते हुए भी जान से प्यारे अपने अनुज लक्ष्मण को मृत्युदंड देना पड़ता है। आइये जानते है, आखिर क्यों भगवान राम को लक्ष्मण को मृत्युदंड देना पड़ा?ये घटना उस…
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित हिंदू धर्मग्रंथ ‘रामायण’ में उल्लेख मिलता है कि रावण के बेटे का नाम मेघनाद था। उसका एक नाम इंद्रजीत भी था। दोनों नाम उसकी बहादुरी के लिए दिए गए थे। दरअसल मेघनाद, इंद्र पर जीत हासिल…
रावण अपने पूर्वजन्म में भगवान विष्णु के द्वारपाल हुआ करते थे पर एक श्राप के चलते उन्हें तीन जन्मो तक राक्षस कुल में जन्म लेना पड़ा था। आज इस लेख में हम आपको रावण के दो पूर्वजन्मों और एक बाद…