माघ संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा | माघ मास गणेश चतुर्थी की कहानी

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है । माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाने वाला व्रत, माघ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कहलाता है। भविष्य पुराण में कहा गया…

होली की पौराणिक कथाएं

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने की पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन यानी होली से जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं और कहानियां भी हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों को होलिका और प्रह्लाद वाली कहानी पता है, लेकिन इसके…

मां शैलपुत्री की कहानी 

 नवरात्र के 9 दिन भक्ति और साधना के लिए बहुत पवित्र माने गए हैं। इसके पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाती है। शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं। हिमालय पर्वतों का राजा है। वह अडिग है, उसे कोई हिला नहीं…

जब स्वर्ग के राजा बने नहुष को बनना पड़ा अजगर

कहानी श्रीमद् भागवत की है। महाभारत में भी इसका उल्लेख मिलता है। जब मनु के वंश की चौथी-पांचवी पीढ़ी ही थी। स्वर्ग में इंद्र का राज्य था। एक बार दुर्वासा ऋषि के अपमान के कारण इंद्र को उनके शाप का…

वैशाख अमावस्या व्रत कथा पूजा विधि

वैशाख हिंदू वर्ष का दूसरा माह होता है। मान्यता है कि इसी माह से त्रेता युग का आरंभ हुआ था इस कारण वैशाख अमावस्या का धार्मिक महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। इस दिन अगर पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ किया…

Darsh Amavasya दर्श अमावस्या पूजन विधी आणि महत्त्व

 हिंदू धर्मात सर्वच अमावस्या महत्त्वाच्या असतात परंतू दर्श अमावस्येचं विशेष महत्त्व आहे. दर्श अमावस्येच्या दिवशी पूर्वजांची पूजा करण्याचे महत्त्व आहे. या दिवशी काही लोक व्रत देखील करतात. या दिवशी चंद्र दिसत नाही. कालसर्प दोष निवारण पूजा करण्यासाठी हा दिवस श्रेष्ठ…

गुरूभक्त उपमन्यु की कथा

उपमन्यु को महर्षि आयोदधौम्य के आश्रम में गाय चराने का कार्य सौंपा गया था. भोर होते ही गायों के लेकर वे वन निकल जाया ककरता था और सांझ ढले ही आश्रम लौटता था. आश्रम लौटने के उपरांत महर्षि आयोदधौम्य को…

राजा दुष्यंत और शकुंतला की प्रेम कथा

शकुंतला स्वर्ग की अप्सरा मेनका और ऋषि विश्वामित्र की पुत्री थी. ऋषि विश्वामित्र की तपस्या भंग करने देवराज इंद्र ने अप्सरा मेनका को भेजा था. मेनका ने अपने रूप और यौवन से ऋषि विश्वामित्र की तपस्या भंग कर दी और…

गुरुभक्त आरुणि की कथा

आरुणि महर्षि आयोदधौम्य का शिष्य था और उनके आश्रम में रहकर शिक्षा प्राप्त किया करता था. पंचाल देश के रहने वाले आरुणि के लिए गुरू का आदेश पत्थर की लकीर हुआ करती थी. वे आज भी अपनी गुरूभक्ति और आज्ञाकरिता…

महाशिवरात्रि से जुड़ी पौराणिक कथाएं

भगवान शिव के प्रति अटूट आस्‍था का त्‍योहार महाशिवरात्रि कल यानी सोमवार 4 मार्च को है। इस पर्व को पूरे देश भर में सच्‍ची श्रद्धा और आस्‍था के साथ देश भर में मनाया जाएगा। इस त्‍योहार को लेकर कई प्रकार की…

शिव प्रतिमा के सामने ही क्यों विराजित होते है नंदी ?

आइए पढ़ते है भगवान शिव के वाहन नंदी से सम्बंधित एक कहानी जिससे हमें पता चलेगा की नंदी क्यों और कैसे महादेव की सवारी बनें? और शिव प्रतिमा के सामने ही क्यों विराजित होते है नंदी ? पौराणिक कथा शिलाद मुनि…

माता वैष्णो देवी की अमर कथा

वैष्णो देवी उत्तरी भारत के सबसे पूजनीय और पवित्र स्थलों में से एक है। यह मंदिर पहाड़ पर स्थित होने के कारण अपनी भव्यता व सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। वैष्णो देवी भी ऐसे ही स्थानों में एक है…