यह तो हम सभी जानते है की भगवान परशुराम एक ब्राह्मण थे। लेकिन आचरण उनका क्षत्रियों जैसा था।ब्राह्मण पुत्र होते हुए भी परशुराम में क्षत्रियों के गुण क्यों थे, इसका जवाब जानने के लिए पढ़ते है यह पौराणिक प्रसंग इसलिए…
हिंदी कैलेंडर के अनुसार साल का दूसरा माह यानि वैशाख का महीना शुरू हो गया है. इस माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालाष्टमी व्रत रखा जाता है. इस व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है…
साल का पहला चंद्र ग्रहण 05 मई 2023 को लगने जा रहा है. यह उपछाया चंद्र ग्रहण तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में आरंभ होगा और अंत विशाखा नक्षत्र में होगा. चंद्र ग्रहण की शुरुआत रात 08 बजकर 45 मिनट…
वैशाख माह की पूर्णिमा 05 मई 2023, शुक्रवार को है. इस दिन चंद्र ग्रहण भी है. जानते हैं वैशाख पूर्णिमा पर चंद्रोदय समय, पूजा विधि, मंत्र और इस दिन चंद्रमा की पूजा का महत्व पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा के…
साल 2023 में कुल 4 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इनमे से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं। पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है। ये सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जो कि भारत में दृश्य नहीं…
हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान नरसिंह जयंती मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु और नरसिंह भगवान की विधि-विधान उपासना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। भगवान श्री हरि विष्णु…
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार नारद मुनि का जन्म सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी की गोद से हुआ था। ब्रह्मवैवर्तपुराण के मतानुसार ये ब्रह्मा के कंठ से उत्पन्न हुए थे। जोभी हो नारद को ब्रह्मा के मानस पुत्रों में से एक माना…
ऋषि नारद, जिन्हें देवर्षि नारद या नारद मुनि के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। वह भगवान ब्रह्मा के पुत्र हैं, जो तीन सर्वोच्च देवताओं में से एक हैं, जिनके बारे में माना…
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश का जन्म हुआ था। शास्त्रों के अनुसार बुधवार का दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए विशेष फलदायी होता है। इस बार बुधवार के दिन…
पौराणिक एवं प्रचलित श्री गणेश कथा के अनुसार एक बार देवता कई विपदाओं में घिरे थे। तब वह मदद मांगने भगवान शिव के पास आए। उस समय शिव के साथ कार्तिकेय तथा गणेश जी भी बैठे थे। देवताओं की बात सुनकर शिव…
रामभक्त हनुमान को कई नामों से जाना जाता है, जैसे मारुति नंदन, पवनपुत्र व संकटमोचन आदि। माना जाता है कि वह भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार थे और उनके जन्म का उल्लेख कई पौराणिक कथाओं में मिलता है। इस…
प्राचीन काल में राक्षस अपनी तपस्या के बल पर ऐसी शक्तियां प्राप्त कर लेते थे, जिनके सामने टिकना देवताओं के लिए भी मुश्किल हो जाता था। राक्षस अपनी शक्तियों का प्रयोग करके आतंक और भय फैलाते थे। ऐसी ही एक…