Vikram Betaal : विक्रम बेताल की कहानी: बड़ा बलिदान किसका

Vikram Betaal विक्रम बेताल की कहानी: बड़ा बलिदान एक बार, विक्रम राजा एक जंगल में घूम रहे थे। अचानक, उन्हें एक बेताल मिला। बेताल ने कहा, “हे विक्रम, मैं एक कहानी सुनाना चाहता हूं। अगर तुम मुझे बता सको कि…

Maa Durga 108 Names: करें मां के 108 नामों का जाप, बनी रहती है मां की कृपा

माँ दुर्गा के 108 नाम माँ दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। वे हिंदू धर्म की सबसे प्रमुख देवी हैं, और उन्हें कई नामों से जाना जाता है। इनमें से कुछ नाम निम्नलिखित हैं: इनके अलावा, देवी दुर्गा…

Vikram Betaal:विक्रम बेताल की कहानी: पति कौन है?

एक बार की बात है, एक नगर में एक ब्राह्मण रहता था। उसकी एक सुंदर बेटी थी। एक दिन, एक भिक्षु ब्राह्मण के घर आया। भिक्षु ने ब्राह्मण की बेटी से शादी करने की इच्छा जताई। ब्राह्मण की बेटी ने…

Vikram Betaal:विक्रम बेताल की कहानी: पापी कौन है

(Vikram Betaal) एक बार की बात है, काशी में एक राजा था, जिसका नाम प्रताप मुकुट था। उसकी एक संतान थी, जिसका नाम वज्रमुकुट था। वज्रमुकुट एक साहसी और न्यायप्रिय राजकुमार था। एक दिन, वह अपने दीवान के बेटे के…

Vikram Betal विक्रम बेताल की प्रारंभिक कहानी

प्राचीन काल में, उज्जैन नगर में राजा विक्रमादित्य राज्य करते थे। वे एक न्यायप्रिय और बुद्धिमान राजा थे। “विक्रम और बेताल” की कहानियां नैतिकता और बुद्धिमत्ता का संदेश देती हैं। ये कहानियां हमें जीवन के कई महत्वपूर्ण सबक सिखाती हैं।…

रविवार की कहानी | रविवार (इतवार) व्रत कथा | Sunday vrat katha in hindi

(Sunday vrat katha in hindi ) एक बूढ़ी औरत थी जो सूर्य देवता की पूजा करती थी। हर सुबह मैं अपना घर साफ करती और गाय के गोबर से लिपटी। इसके बाद ही वह खाना बनाती है और खाती थी…

कैसे हुआ सरस्वती का जन्म | saraswati ka janam kaise hua | माता सरस्वती के जन्म की कहानी |

Saraswati जब सृष्टि का निर्माण हुआ तो हर और अव्यवस्था थी। ब्रह्मा को यह समझ में नहीं आ रहा था कि सृष्टि में व्यवस्था कैसे बनाई जाए। समस्या पर विचार करते समय उन्हें एक आवाज सुनाई पड़ी कि ज्ञान ही…

रोहिणी व्रत Rohini Vrat 2023

रोहिणी व्रत एक हिंदू और जैन व्रत है जो हर महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र होता है। रोहिणी नक्षत्र को देवी लक्ष्मी का नक्षत्र माना जाता है। इसलिए इस व्रत…

Dev Diwali 2023: देव दिवाली का शिव से है गहरा संबंध

देव दिवाली 2023 मुहूर्त (Dev Diwali 2023 Muhurat) कार्तिक पूर्णिमा तिथि शुरू – 26 नवंबर 2023, दोपहर 03.53 कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त – 27 नवंबर 2023, दोपहर 02.45 प्रदोषकाल देव दीपावली मुहूर्त – शाम 05:08 – रात 07:47 अवधि – 02 घण्टे…

Ganesh bhagwan:भगवान गणेश को दूर्वा क्यों अर्पित की जाती है?

Ganesh bhagwan भगवान गणेश को दूर्वा क्यों अर्पित की जाती है, इसके पीछे कई कथाएँ हैं। एक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक राक्षस था जिसका नाम अनलासुर था। वह बहुत शक्तिशाली था और उसने देवताओं और ऋषियों को…

Shree Ram भगवान श्रीराम को रामचंद्र जी क्यों कहा जाता है, जानिए यह पौराणिक कथा

Shree Ram मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को सनातन संस्कृति का आधार माना जाता है। भगवान श्री राम, विष्णु जी के अवतार हैं। रामचरित मानस के अनुसार, भगवान श्री राम के शासन काल को राम राज्य कहा जाता है। भगवान श्री…

Poranik katha:श्री राम के अलावा इन 4 से भी हार गया था रावण

Ram:अधिकतर लोग यही जानते हैं कि रावण सिर्फ श्रीराम से ही हारा था, लेकिन ये सच नहीं है। रावण श्रीराम के अलावा शिवजी, राजा बलि, बालि और सहस्त्रबाहु से भी पराजित हो चुका था। यहां जानिए इन चारों से रावण…