हर किसी को मालूम है कि गणेश जी को मोदक और मिठाई कितनी पसंद है। शायद इसलिए भी वो किसी के भी निमंत्रण को स्वीकार कर लेते हैं और पेट के साथ ही मन भर कर मिठाई खाते हैं। एक…
सभी देवी-देवताओं के जन्म की कई कहानियां प्रचलित हैं और बिलकुल इसी तरह मां काली के जन्म से जुड़ी कई कथाएं सुनाई जाती हैं। उन सभी कथाओं में से एक कहानी है, जो सबसे ज्यादा प्रचलित है। बात उन दिनों…
दीवाली पर लक्ष्मी-गणेश का पूजन क्यों किया जाता है? | Diwali Par Laxmi Ganesh Ki Puja Kyon Karte Hain
बच्चों क्या आप जानते हो कि दिवाली में लक्ष्मी जी के साथ विष्णु जी की जगह गणेश जी को क्यों पूजा जाता है? इसके पीछे एक रोचक कहानी है। लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का जिक्र कई पौराणिक कथाओं…
भगवान श्री कृष्ण बचपन में बहुत शरारती थे। कभी गोपियों की मटकी फाेड़ दिया करते थे, तो कभी बछड़ों को गायों का पूरा दूध पिला देते थे। गोकुल की गोपियां चाहकर भी प्यारे-से श्री कृष्ण को डांट नहीं पाती थीं,…
बात उस समय की है जब श्री कृष्ण का जन्म नहीं हुआ था। कंस ने आकाशवाणी को सुनकर अपने पिता राजा उग्रसेन काे बंदी बना लिया था और खुद राजा बन बैठा था। अक्रूर जी उन्हीं के दरबार में मंत्री…
यह बात उस समय की है जब दुष्टों को मारने और देश में धर्म की स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने कृष्ण का अवतार लिया था। द्वापर युग की यह घटना कृष्ण भगवान के बाल जीवन से जुड़ी है, जब…
भगवान कृष्ण का जीवन मनोरंजक कहानियों से भरा हुआ है। उनके पूरे जीवन की तरह, उनका जन्म भी एक मनोरंजक कहानी है। तो आओ बच्चों आपको सुनाते हैं श्री कृष्ण के जन्म से जुड़ी कहानी। यह बात द्वापरयुग की है,…
यह बात तब की है जब श्री कृष्ण अपने बाल्यावस्था में थे यानी यह कहानी श्री कृष्ण के बचपन की है। उस समय ब्रह्मा जी को पता चला कि भगवान विष्णु स्वयं श्री कृष्ण के रूप में पृथ्वी पर अवतरित…
राधा और कृष्ण के प्रेम के बारे में कौन नहीं जानता है। कहते हैं कि कृष्ण और राधा का विवाह नहीं हो पाया था, लेकिन दोनों में इतना प्रेम था कि आज भी दोनों का नाम एक साथ लिया जाता…
सूत जी आगे की कहानी सुनाते हुए कहते हैं कि सालों पहले उल्कामुख नामक एक राजा था। वह बुद्धिमान होने के साथ-साथ सत्यवादी और शांत स्वभाव का व्यक्ति था। वो रोजाना मंदिरों में जाकर गरीबों को धन दान करके उनके…
सत्यनारायण कथा के पांचवें और अंतिम अध्याय में सर्व ज्ञाता सूत जी ऋषि और मुनि गणों को एक और कहानी सुनाते हैं। यह कहानी तुंगध्वज नामक एक राजा की थी, जो प्रजापालन में व्यस्त रहता था। कुछ समय बाद राजा…
मान्यता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को उनके पूर्व जन्म के बारे में याद दिलाने के लिए यह कथा सुनाई थी, जो कुछ इस प्रकार है। भगवान शिव माता पार्वती से कहते हैं: हे पार्वती! तुमने मुझे वर…