कहते है की इंसान का वर्तमान, उसके पिछले कर्मो पर और भविष्य वर्तमान कर्मों पर आधारित होता है। लेकिन यह बात केवल इंसानो पर ही नहीं अपितु भगवानों पर भी लागू होती है। हमारे पुराणों में अनेक ऐसी कथाएँ है जब भगवान द्वारा…
हम सब जानते है की पूजन कार्य में शंख का उपयोग महत्वपूर्ण होता है। लगभग सभी देवी-देवताओं को शंख से जल चढ़ाया जाता है लेकिन शिवलिंग पर शंख से जल चढ़ाना वर्जित माना गया है। आखिर क्यों शिवजी को शंख से…
हिन्दू धर्म में देवी – देवताओं के पूजन में सुगन्धित फूलो का बड़ा महत्व है, हम सभी देवी – देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पूजन में सुगंधित पुष्प काम में लेते है। पर क्या आपको पता है कि शिवजी कि…
महाभारत की कहानियाँ हम बचपन से सुनते आ रहे हैं, टेलीविज़न पर देखते आ रहे है फिर भी हम सब महाभारत के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते है क्योकि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत बहुत ही बड़ा ग्रंथ है, इसमें एक लाख…
अठारह दिन चले महाभारत के युद्ध में रक्तपात के सिवाय कुछ हासिल नहीं हुआ। इस युद्ध में कौरवों के समस्त कुल का नाश हुआ, साथ ही पाँचों पांडवों को छोड़कर पांडव कुल के अधिकाँश लोग मारे गए। लेकिन इस युद्ध…
पहला प्रसंग- जय-विजय को दिया था सनकादि मुनि ने श्राप एक बार सनकादि मुनि भगवान विष्णु के दर्शन करने वैकुंठ आए। उस समय वैकुंठ के द्वार पर जय-विजय नाम के दो द्वारपाल पहरा दे रहे थे। जब सनकादि मुनि द्वार…
श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम कहानी हम अक्सर सुनते हैं। राधा-कृष्ण की कहानी सिर्फ प्रेम ही नहीं बल्कि त्याग की सीख भी देती है। क्या आपको पता है कि राधा के अंतिम समय में श्रीकृष्ण ने उन्हें अपनी बांसुरी की…
कृष्ण की बांसुरी की तान पर गोपियों समेत पूरा गोकुल झूम उठता था. श्रीकृष्ण ने अंतिम बार राधा के लिए बांसुरी की तान छेड़ी थी, जिनके निधन के बाद कृष्ण ने बांसुरी का पूरी उम्र के लिए त्याग कर दिया.…
11 दिवसीय रासलीला का गुरुवार की रात चोपन बैरियर स्थित रामलीला मैदान में समापन हो गया। वृंदावन से पधारे रासलीला के कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण के लीलाओं का सजीव मंचन कर लोगों को भक्ति सागर में गोते लगवाए। नगर सहित…
नई दिल्ली। भारत को मान्यताओं और आस्था का केंद्र माना जाता है। ऐसे में देश में कई ऐसी रहस्यमयी जगह हैं जहां आज भी भगवान के अस्तित्व की झलक देखने को मिलती हैं। इन्हीं जगहों में से एक है वृंदावन…
कहा जाता है सावन का महीना अपने साथ कई त्यौहार लेकर आता है। ये अपने साथ सावन की झड़ी के साथ-साथ त्यौहारों की भी झड़ी लेकर आता है। कल यानि 15 अगस्त पूर्णिमा के दिन श्रावण के महीने का तो…
राधा-कृष्ण के अलौकिक प्रेम को तो सभी जानते हैं। यह उनके प्रेम की ही पराकाष्ठा है कि चोट कान्हा को लगे तो पीर राधा को होती है। पुराणों में श्री राधारानी को कृष्ण की शाश्वत जीवन संगिनी कहा जाता है।…