इस्कॉन मंदिर:वृंदावन, उत्तरप्रदेश, भारत

इस्कॉन मंदिर:वृंदावन, उत्तरप्रदेश, भारत

इस्कॉन की स्थापना भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने 1966 में न्यूयॉर्क में की थी। इस्कॉन मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा शहर के वृंदावन में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम…

 चिंतामन गणेश मंदिर:उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत

चिंतामन गणेश मंदिर:उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत

चिंतामन गणेश मंदिर:यहाँ गणेशजी 3 रूपों में विराजमान हैं चिंतामन गणेश मंदिर भारत के मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम जवास्या में भगवान गणेश जी का…

 Sapne Me Shivling Dekhna: सपने में शिवलिंग की पूजा करने का मतलब जानिए, इस मामले में होता है बेहद लाभकारी

Sapne Me Shivling Dekhna: सपने में शिवलिंग की पूजा करने का मतलब जानिए, इस मामले में होता है बेहद लाभकारी

Sapne Me Shivling Dekhna :सपने में भगवान शिव की मूर्ति देखना या फिर शिवलिंग देखना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सपने में भोलेनाथ का किसी भी रूप में दिखना जीवन में बहुत से आश्‍चर्यजनक…

 Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि की रात जागने से क्या होता है?

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि की रात जागने से क्या होता है?

Mahashivratri 2025: हिंदू धर्म शास्त्रों में महाशिवरात्रि का दिन बड़ा ही पावन और विशेष माना गया है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इसलिए इस दिन भोलेनाथ का पूजन और व्रत किया जाता है. मान्यता…

 Devyapradh Kshamapan Stotra:देव्यपराध क्षमापन स्तोत्रम्

Devyapradh Kshamapan Stotra:देव्यपराध क्षमापन स्तोत्रम्

Devyapradh Kshamapan Stotra (देव्यपराध क्षमापन स्तोत्रम्) Devyapradh Kshamapan Stotra:न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः। न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम ॥१॥ विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया विधेयाशक्यत्वात्तव…

 वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर:वृंदावन, उत्तरप्रदेश, भारत

वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर:वृंदावन, उत्तरप्रदेश, भारत

वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर:इस मंदिर को विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बताया जाता है, जो अभी मथुरा के वृंदावन में अंडर कंस्ट्रक्शन है। वृंदावन चंद्रोदय मंदिर, भारत के उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के वृन्दावन शहर का एक ऐतिहासिक मंदिर है।…

 हर की पौड़ी:हरिद्वार, उत्तराखंड, भारत

हर की पौड़ी:हरिद्वार, उत्तराखंड, भारत

‘हर की पौड़ी’ या ब्रह्मकुंड के एक पत्थर में श्रीहरि के पदचिह्न स्थापित है। उत्तराखंड के शहर हरिद्वार में स्थित हर की पौड़ी एक अत्यंत प्रतिष्ठित और पवित्र स्थल है। इस स्थान का हिंदू पौराणिक कथाओं में अत्यधिक धार्मिक महत्व…

 कांच मंदिर:इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत

कांच मंदिर:इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत

कांच मंदिर:जैन समाज के कांच मंदिर में सभी धर्मों और समाज के लोग दर्शन करने आते हैं। कांच मंदिर:भारत के मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में कांच मंदिर स्थित है। ना केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी मशहूर है।…

 तक्षकेश्वर नाथ:प्रयागराज, उत्तरप्रदेश, भारत

तक्षकेश्वर नाथ:प्रयागराज, उत्तरप्रदेश, भारत

प्रयागराज में इस स्थल को “बड़ा शिवाला” के नाम से जाना जाता है। तक्षकेश्वर नाथ मंदिर, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज जिले में स्थित है। संगम नगरी में यमुना किनारे तक्षकेश्वर नाथ मंदिर विश्व का एकलौता तक्षक तीर्थ…

 Buffalo in dream:सपने में भैंस देखने का क्या होता है मतलब, और अगर पूंछ दिख जाए तो फिर

Buffalo in dream:सपने में भैंस देखने का क्या होता है मतलब, और अगर पूंछ दिख जाए तो फिर

Buffalo in dream:स्वप्न शास्त्र के अनुसार नींद में जो सपने हम देखते हैं उनका संबंध कहीं न कहीं हमारी जिंदगी से जुड़ा होता है. क्या आपको पता है सपने में भैंस देखने का क्या मतलब होता है. स्वप्न शास्त्र के…

 श्री कालभैरव मंदिर:उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत

श्री कालभैरव मंदिर:उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत

कालभैरव को शहर की रक्षा के लिए किया गया नियुक्त कालभैरव मंदिर भगवान का मंदिर भारत के मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित है। क्षिप्रा नदी के किनारे भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित इस मंदिर का इतिहास करीब 6,000 वर्ष…

 देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र | Devi Kshama Prarthana Stotram

देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र | Devi Kshama Prarthana Stotram

देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र (Devi Kshama Prarthana Stotram) अपराध सहस्राणि कृयन्थे आहर्निसं मया, दासो आयमिथि मां मथ्व क्शमस्व परमेश्वरि ॥१॥ आवजनं न जानामि, न जानामि विसर्जनम्, पूजां चैव न जानामि, क्षंयथं अरमेश्वरि ॥२॥ मन्थ्रहीनम् , क्रियाहीनं, भक्थिहीनं, श्रुरेस्वरि, यतः पूजिथं मया…