रंग जी मंदिर, वृन्दावन के सबसे बड़े मंदिरों में शामिल है।
श्री रंगनाथ मंदिर:उत्तर प्रदेश के मथुरा, वृन्दावन में श्री रंगनाथ मंदिर स्थित है। इस मंदिर को “रंग जी मंदिर ” के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान विष्णु जी की मूर्ति स्थापित है। वृन्दावन के सबसे बड़े मंदिरों में यह मंदिर शामिल है। इस मंदिर की खास बात यह है कि मंदिर के पुजारी दक्षिण भारतीय ब्राह्मण है।
मंदिर का इतिहास
सेठ गोबिंद दास और राधा कृष्ण द्वारा श्री रंगनाथ मंदिर की स्थापना की गयी थी। इस मंदिर के निर्माण में स्वामी रंगाचार्य का मार्गदर्शन लिया गया था, जो एक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान और गुरु थे। इस मंदिर का निर्माण कार्य 1845 में आरम्भ हुआ और सन 1851 में यह मंदिर पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो गया था। इस मंदिर को बनने में करीब 6 साल का समय लगा। लगभग 45 लाख रुपये की लागत में यह मंदिर बना था।
मंदिर का महत्व
रंगनाथ मंदिर के उपस्थित सातवें दरवाजे का नाम वैकुंठ दरवाजा है। केवल वैकुंठ एकादशी के दिन इस दरवाजे को खोला जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जिसने भी इस दरवाजे को पार कर लिया। उसे मोक्ष मिल जाता है। यह मंदिर इस तरह से बनाया गया है कि इस मंदिर में जाने पर ऐसा लगता है जैसे आप दक्षिण के मंदिर का दर्शन कर रहे है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार यह मूर्ति अयोध्या में स्थापित थी। जब श्री राम जी का राज्याभिषेक हुआ तो वह सभी को दान दे रहे थे। उस समय विभीषण ने उनसे श्रीरंगजी की मूर्ति मांगी और कहा कि वह उस मूर्ति को लंका ले जाना चाहते है। यात्रा के दौरान विभीषण के एक स्थान पर मूर्ति को रख दिया। इसके बाद वह मूर्ति वहां से बिलकुल भी नहीं हिली। बाद में उसी स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाया गया। जो आज श्री रंगनाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।
मंदिर की वास्तुकला
इस मंदिर के वास्तुकला की बात करें तो यह मंदिर दक्षिण के श्री रंगम मंदिर के आधार पर बनाया गया है। श्री रंगनाथ मंदिर में आपको दक्षिण और उत्तर भारतीय शैली का मिश्रण देखने को मिलेगा। जो बहुत ही अद्भुत है। यह मंदिर द्रविड वास्तुशिल्प शैली में बनाया गया है। इस मंदिर के गर्भगृह के चारों तरफ 5 आयताकार बाड़े है। इसके पूर्वी और पश्चिमी ओर जयपुर शैली के दो खूबसूरत पत्थर से निर्मित गेट है। मंदिर के पश्चिमी गेट पर एक लकड़ी का रथ है जो कि ब्रह्मोत्सव के समय निकाला जाता है। इस मंदिर में श्रीरंगनाथ जी शेषनाग पर मूर्ति रूप में विराजमान है। उनके चरणों के समीप माता लक्ष्मी बैठी है।
मंदिर का समय
श्री रंगनाथ मंदिर के सुबह दर्शन का समय
08:00 AM – 12:00 PM
शाम को श्री रंगनाथ मंदिर के खुलने का समय
03:00 PM – 07:30 PM
मंगला आरती का समय
05:30 AM – 06:00 AM
शाम की मंगला आरती का समय
06:00 PM – 06:30 PM
मंदिर का प्रसाद
श्री रंगनाथ मंदिर में लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। साथ ही फूल भी अर्पित किये जाते है।