Vikram Betaal विक्रम बेताल की कहानी “सबसे अधिक सुकुमार कौन” में, तीन रानियां हैं: इन्दुलेखा, तारावली और मृगांकवती। वे तीनों ही बहुत सुंदर और सुकुमार हैं। लेकिन, बेताल पूछता है कि उनमें से सबसे अधिक सुकुमार कौन है? कहानी में,…
राजा चन्द्रसेन और नवयुवक सत्वशील Vikram Betaal बहुत समय पहले की बात है जब समुद्र किनारे बसे एक नगर ताम्रलिपि पर राजा चंद्रसेन का राज हुआ करता था। राजा चंद्रसेन एक वीर और न्यायप्रिय राजा थे। उनकी प्रजा उनसे बहुत…
गंधर्वसेन और काली देवी Vikram Betaal एक समय की बात है, धर्मपुर नाम के नगर में गंधर्वसेन नाम का युवक रहता था। गंधर्वसेन की कद-काठी बहुत आकर्षक थी। यही कारण था कि कई लड़कियां उससे विवाह करना चाहती थीं, लेकिन…
Vikram Betaal विक्रम बेताल की कहानियों में एक कहानी है जिसमें एक राजकुमारी है जिसे दो राजकुमारों ने अपना वर बनाना चाहा। एक राजकुमार बहुत धनी और शक्तिशाली था, जबकि दूसरा राजकुमार बहुत सुंदर और बुद्धिमान था। राजकुमारी दोनों राजकुमारों…
Vikram Betaal विक्रम बेताल की कहानी: बड़ा बलिदान एक बार, विक्रम राजा एक जंगल में घूम रहे थे। अचानक, उन्हें एक बेताल मिला। बेताल ने कहा, “हे विक्रम, मैं एक कहानी सुनाना चाहता हूं। अगर तुम मुझे बता सको कि…
माँ दुर्गा के 108 नाम माँ दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। वे हिंदू धर्म की सबसे प्रमुख देवी हैं, और उन्हें कई नामों से जाना जाता है। इनमें से कुछ नाम निम्नलिखित हैं: इनके अलावा, देवी दुर्गा…
एक बार की बात है, एक नगर में एक ब्राह्मण रहता था। उसकी एक सुंदर बेटी थी। एक दिन, एक भिक्षु ब्राह्मण के घर आया। भिक्षु ने ब्राह्मण की बेटी से शादी करने की इच्छा जताई। ब्राह्मण की बेटी ने…
(Vikram Betaal) एक बार की बात है, काशी में एक राजा था, जिसका नाम प्रताप मुकुट था। उसकी एक संतान थी, जिसका नाम वज्रमुकुट था। वज्रमुकुट एक साहसी और न्यायप्रिय राजकुमार था। एक दिन, वह अपने दीवान के बेटे के…
प्राचीन काल में, उज्जैन नगर में राजा विक्रमादित्य राज्य करते थे। वे एक न्यायप्रिय और बुद्धिमान राजा थे। “विक्रम और बेताल” की कहानियां नैतिकता और बुद्धिमत्ता का संदेश देती हैं। ये कहानियां हमें जीवन के कई महत्वपूर्ण सबक सिखाती हैं।…
(Sunday vrat katha in hindi ) एक बूढ़ी औरत थी जो सूर्य देवता की पूजा करती थी। हर सुबह मैं अपना घर साफ करती और गाय के गोबर से लिपटी। इसके बाद ही वह खाना बनाती है और खाती थी…
Saraswati जब सृष्टि का निर्माण हुआ तो हर और अव्यवस्था थी। ब्रह्मा को यह समझ में नहीं आ रहा था कि सृष्टि में व्यवस्था कैसे बनाई जाए। समस्या पर विचार करते समय उन्हें एक आवाज सुनाई पड़ी कि ज्ञान ही…
रोहिणी व्रत एक हिंदू और जैन व्रत है जो हर महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र होता है। रोहिणी नक्षत्र को देवी लक्ष्मी का नक्षत्र माना जाता है। इसलिए इस व्रत…