कालीघाट काली मंदिर कोलकाता (समय, इतिहास, प्रवेश शुल्क, और सूचना)

 कालीघाट काली मंदिर कोलकाता समय दिन समय सोमवार सुबह 5:00 – दोपहर 2:00शाम 5:00 – रात 10:30 बजे मंगलवार सुबह 5:00 – दोपहर 2:00शाम 5:00 – रात 10:30 बजे बुधवार सुबह 5:00 – दोपहर 2:00शाम 5:00 – रात 10:30 बजे गुरुवार सुबह 5:00 – दोपहर 2:00शाम 5:00…

माता कालिका के प्रसिद्ध तीन मंदिर, जहां जाने से खुलता है भक्तों का भाग्य

देवी कालिका यानी काली माता की पूजा करने से मनुष्य की आंतरिक शक्ति मजबूत होती है। साथ ही नकारात्मक शक्तियां, शत्रु प्रभाव और विपरीत परिस्थितियों का संकट भी दूर होता है। इसलिए देवी कालिका का दर्शन-पूजन किस्मत खोलने वाला माना…

कब, क्यों और कैसे डूबी द्वारका

श्री कृष्ण की नगरी द्वारिका महाभारत युद्ध के 36 वर्ष पश्चात समुद्र में डूब जाती है। द्वारिका के समुद्र में डूबने से पूर्व श्री कृष्ण सहित सारे यदुवंशी भी मारे जाते है।  समस्त यदुवंशियों के मारे जाने और द्वारिका के…

परशुराम जयंती जानिए कुछ रोचक बातें

 हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान परशुराम की जयंती मनाई जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन भगवान विष्णु के आवेशावतार परशुराम का जन्म हुआ था। परशुराम जयंती के अवसर पर…

मासिक कालाष्टमी व्रत 2023

महत्वपूर्ण जानकारी आषाढ़, कृष्ण अष्टमी, जून 2023 शनिवार, 10 जून 2023 अष्टमी तिथि प्रारंभ : 10 जून 2023 को दोपहर 2 बजकर 02 मिनट पर अष्टमी तिथि समाप्त : 11 जून 2023 को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट पर कालाष्टमी…

शनि त्रयोदशी व्रत कथा, पूजा विधि

जब त्रयोदशी तिथि शनिवार के दिन आती है तो वो शनि त्रयोदशी या शनि प्रदोष कहलाती है। सभी त्रयोदशी तिथि में शनि त्रयोदशी त्रयोदशी सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। शनि त्रयोदशी का व्रत संतान प्राप्ति के लिए किया जाता है। साथ…

शुक्र प्रदोष (भुगुवारा प्रदोष) व्रत कथा, पूजा विधि

जो प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ता है वो शुक्र प्रदोष या भुगुवारा प्रदोष व्रत कहलाता है। इस व्रत को करने से जीवन से नकारात्मकता समाप्त होती है और सफलता मिलती है। शुक्र प्रदोष व्रत कथा प्राचीनकाल की बात है,…

मां दुर्गा के इन 8 मंदिरों में आप भी दर्शन करने पहुंचें

देवी दुर्गा भारत में हिन्दू धर्म के सबसे पूजनीय देवी में से एक हैं। मां दुर्गा को भारत में कष्ट हरणी, पाप नाशनी आदि कई शक्ति के नाम से जाना जाता है। इस साल नवरात्रि 26 सितंबर से लेकर 4…

संकष्टी चतुर्थी का व्रत, जानिए पूजा विधि और महत्व

हिन्दू धर्म में संकष्टी चतुर्थी को प्रमुख त्यौहार के रूप में माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनकी एक खास पूजा-व्रत का…

क्यों मनाई जाती है संकष्टी चतुर्थी? यह पौराणिक कथा जानकर रह जाएंगे हैरान

संकष्टी के दिन गणपति की पूजा करने से घर से नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं. गणेश जी घर में आ रही सारी विपदाओं को दूर करते हैं और व्यक्ति की मनोकामनाओं को पूरा करते हैं किसी भी शुभ कार्य की…

तुलसी और विष्णु की कहानी 

सावर्णि मुनि की पुत्री तुलसी अपूर्व सुंदरी थी। उनकी इच्छा थी कि उनका विवाह भगवान नारायण के साथ हो। इसके लिए उन्होंने नारायण पर्वत की घाटी में स्थित बदरीवन में घोर तपस्या की। दीर्घ काल तक तपस्या के उपरांत ब्रह्मा…

मासिक शिवरात्रि व्रत कथा, पूजा विधि

प्रत्येक माह की कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। मान्यता हैं की फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को मध्य रात्रि में भगवान शिव “लिंग” के रूप में प्रकट हुए थे और श‍िवलिंग की पहली बार पूजा अर्चना भगवान विष्णु और ब्रह्माजी द्वारा सम्पन्न हुई…