हनुमान जी के जन्म को लेकर कई किदवंती है। इनमें एक कथा बेहद लोकप्रिय है। एक बार की बात है जब स्वर्ग में दुर्वासा द्वारा आयोजित सभा में स्वर्ग के राजा इंद्र भी उपस्थित थे। उस समय पुंजिकस्थली नामक अप्सरा…
भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के रणभूमि में अर्जुन के मन में धर्म और युद्ध के बीच चल रहे ध्वन्ध को गीता के उपदेश के माध्यम से समझाया था। उन्हीं उपदेशों को समझने से वर्तमान के समय में भी व्यक्ति…
अकसर लोगों को सपने में जो चीजें दिखाई देती हैं, वे सुबह तक या तो उन्हें याद नहीं रहती या फिर कुछ धुंधला याद रहता है. अकसर लोगों को सपने में जो चीजें दिखाई देती हैं, वे सुबह तक या…
नींद में आने वाले सपने आपके अच्छे और बुरे भविष्य की ओर इशारा करते हैं। सपनों में मिले इन संकेतों से आप जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में जान सकते हैं। आज यहां हम जानेंगे कि अगर आपको…
सोमवार का दिन शंकर भगवान को समर्पित होता है. आज के दिन भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. कुछ लोग आज के दिन व्रत भी रखते ॐ जय शिव ओंकारा… आरती जय शिव ओंकारा, ॐ…
सोमवार का दिन शंकर भगवान को समर्पित होता है. आज के दिन भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. कुछ लोग आज के दिन व्रत भी रखते हैं ताकि शिव की विशेष कृपा प्राप्त की जा…
माता पार्वती और महादेव का अप्रतिम प्रेम माता पार्वती और महादेव के अप्रतिम प्रेम से पूरा संसार वाकिफ है। कहते हैं कि उनके आगे प्रेम की पराकाष्ठा भी छोटी महसूस होने लगती है। कई ऐसे पौराणिक किस्से भी सुनने को…
सोमवार का दिन भोलेनाथ का होता है. इस दिन महादेव के मंत्रों का जाप करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं. सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम दिन होता है. सभी देवी देवताओं में सबसे सरल…
सावन माह की शुरूआत आज से हुई है. यह माह भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है. इस माह में विशेषकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है. हालांकि वर्ष में आप किसी भी दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकते हैं. श्रावण मास…
भगवान शिव को सावन का महीना अत्यंत ही प्रिय है। जो भी भक्त इस माह में उनकी विधिवतरूप से पूजा करता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। आओ जानते हैं कि आखिर शिवजी को क्यों प्रिय है सावना का…
श्री बैद्यनाथ महादेव की कथा एक बार राक्षसराज रावण ने हिमालय पर स्थिर होकर भगवान शिव की घोर तपस्या की। उस राक्षस ने अपना एक-एक सिर काट-काटकर शिवलिंग पर चढ़ा दिये। इस प्रकिया में उसने अपने नौ सिर चढ़ा दिया…
विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान विष्ण की नाभि से जो कमल निकला था उसमें से ब्रह्मा पैदा हुए थे। वहीं, विष्णु जी के तेज से शिवजी पैदा हुए थे। साथ ही इसमें यह भी बताया गया है कि श्री हरि…